राया क्षेत्र के मावली गांव के निकट एक मकान में चल रही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पर कार्यवाही के दौरान पुलिस मुठभेड़ के दौरान मौके से छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। तीन लोग मौके से फरार हो गये। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि हम लोग नकली शराब बनाकर मथुरा व आस पास के जिलो में सप्लाई करते हैं। हमारा ज्यादा माल अलीगढ़ की एक डेयरी को सप्लाई होता है। पुलिस इस बारे में भी तहकीकात करने में जुट गई है।
पुलिस ने शराब फैक्ट्री से 26 केन स्प्रिट व 43 खाली केन, दो ड्रम टोंटी लगे जिनमें से एक ड्रम में मिलावटी तैयार देशी शराब लगभग 100 लीटर व एक ड्रम खाली, 15 पैकेट बोरे खाली पउवा (15750 ), ढक्कन 68 पैकेट (68000), रैपर नगीना व गुड ईवनिंग व क्रेजी रोमियों मार्का कुल 105470, तस्करी में प्रयुक्त मैक्स पिकप व तथा भारी मात्रा में शराब बनाने के उपकरण तथा एक तमंचा व कारतूस 315 बोर बरामद किये। बरामदा स्प्रिट, नकली शराब एवं नकली शराब बनाने वाले उपकरणो की कीमत बाजार मे लगभग 20 लाख रुपये है ।
रामू उर्फ राजकुमार उर्फ जगदीश पुत्र शंकर लाल निवासी दीवानाकला के मकान में यह काम चल रहा था। रामू ने यह मकान किराये पर दिया था। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार का इनाम रखा है। पुलिस ने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह 15 से 20 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन र यहां काम करते थे। करीब 9 महीने से यहां फैक्ट्री चल रही थी।
-रामेश्वर प्रसाद पुत्र शंकरलाल निवासी दीवानाकला थाना जमुनापार, मथुरा
-चन्द्रभान पुत्र नेत्रपाल निवासी ब्यौंही थाना सुरीर, मुथरा
-हरीशंकर पुत्र नेत्रपाल निवासी ब्यौंही थाना सुरीर, मथुरा
-रुपकिशोर पुत्र कैलाशी निवासी गौसना थाना जमुनापार, मथुरा
-कृष्णकुमार पुत्र प्रेमशंकर निवासी देवीपुरा थाना हाईवे, मथुरा
-भूरा पुत्र जाहिद अली निवासी दीवाना खुर्द थाना जमुनापार , मथुरा
-मनोज सिहं पुत्र सौदान सिहंनिवासी दीवाना खुर्द थाना जमुनापार, मथुरा
-प्रेमपाल पुत्र कारे सिहं निवासी दीवाना खुर्द थाना जमुनापार, मथुरा
-रामू उर्फ राजकुमार उर्फ जगदीश पुत्र शंकरलाल, खेमचन्द्र पुत्र शंकरलाल दीवानाकला थाना जमुनापार तथा नरेन्द्र पुत्र कुंवरपाल निवासी ब्यौंही थाना सुरीर की पुलिस को तलाश है। इनके अलावा इस कारोबार में लगे विक्रान्त पुत्र सौदान सिंह, मनोज सिहं पुत्र सौदान सिंह, प्रेमपाल पुत्र कारे सिंह निवासीगण गौमत थाना खैर, अलीगढ़ के नाम भी प्रकाश में आये हैं। पुलिस इनके खिलाफ भी जांच कर रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलक्ष माथुर ने बताया कि यहां से माल तैयार होने के बाद अलीगढ डेयरी फार्म जाता था। इसकी जांच की जा रही है। इस पूरे नेटवर्क की कड़ियों को तोड़ा जा सके। यह भी पता लगाया जा रहा है कि फैक्ट्री को कच्चा माल कहां से आता था।