पुलिस अंडरपास के नीचे करें वाहन चैकिंग यमुना एक्सप्रेसवे बदमाशों के लिए लूट का एक माध्यम बनता जा रहा है। बदमाश नए-नए हथकंडे लोगों को लूटने के लिए अपनाते हैं। विगत दिनों यमुना एक्सप्रेस वे पर सफर के दौरान बदमाशों ने दो घटनाओं को अंजाम दिया था। यह गिरोह यमुना एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले वाहनों को पंचर कर लोगों से लूटपाट कर बदमाश फरार हो जाते थे। वहीं इस वर्ष 5 और 22 जनवरी को थाना नौझील क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेसवे पर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया। इसी के साथ साथ 27 जनवरी को नेशनल हाईवे 2 पर कार से जा रहे परिवार को बदमाशों ने लूटा था। लुटेरों के द्वारा टायर कलर को रोड पर डालकर की गई। यमुना एक्सप्रेस वे पर 24 अक्टूबर 2019 को एक ऐसी ही घटना सामने आई थी।
बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे पर नोएडा से आगरा की तरफ जाने वाले रोड के किनारे सर्विस रोड बना हुआ है पुलिस की जांच में यह पता लगा है कि गिरोह के सदस्य सर्विस रोड पर अपनी बाइक खड़ी करते हैं। इसके बाद दूसरी तरफ की लेन में जाकर टायर किलर को रोड पर फेंक देते हैं जिसके कारण टायर पंचर हो जाता है और लुटेरे घटना को अंजाम दे जाते हैं। इन्हीं सारी चीजों को देखते हुए आईजी आगरा रेंज सतीश गणेश ने एक एडवाइजरी जारी की है कि रात के समय अपने बच्चों को साथ न ले जाएं और वाहन पंचर होता है तो तुरंत ही पुलिस को सूचित करें ताकि समय रहते हुए पुलिस वहां पहुंच कर मदद कर सके।
अंडरपास के नीचे पीआरवी रखेगी नजर आईजी सतीश गणेश में यह भी एडवाइजरी जारी की है कि रात के समय पीआरवी अंडरपास के नीचे तैनात रहेगी और कोई संदिग्ध गतिविधि होती है तो तुरंत उस पर एक्शन लेगी। उन्होंने एडवाइजरी में यह भी कहा है कि अगर कोई भी व्यक्ति मदद के लिए फोन करता है तो तुरंत लोकेशन मिलने पर पुलिस वहां पहुंचेगी इसके साथ ही सर्विस रोड पर भी पुलिस वाहनों की चेकिंग करे।
एक्सप्रेस वे पर सफर के दौरान बरतें यह सावधानी बदमाश रात में ही वाहनों को अपना शिकार बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि रात्रि के समय एक्सप्रेसवे के रास्ते महिला और बच्चों को लाने से बचना चाहिए। कार पंचर होने के बाद बाहर न आएं कार में ही बैठकर पुलिस का नंबर डायल करें और पुलिस को अपनी लोकेशन शेयर करें। एक्सप्रेस वे पर सफर के दौरान आप अपनी लोकेशन अपने परिजनों को लगातार शेयर करते रहें। आईजी सतीश गणेश ने यह भी कहा है कि एक्सप्रेस-वे के माइलस्टोन संख्या को देखते हुए चलें जिससे वारदात होने की सूचना पर पुलिस को सही प्रकार से जानकारी मिले और समय पर पुलिस वहां पहुंच सके। सफर के दौरान अगर कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति दिखाई देती है तो बोर्ड पर लगे टोल प्लाजा के टोल फ्री नंबर पर कॉल करें और टोल कर्मियों को उसके बारे में जानकारी दें।