खबरों के अनुसार, यह राशि पूर्व निदेशक और उसके परिवार के सदस्यों ने जुटाई है। आईटी सेज डेवलपर ने एक निर्माणाधीन परियोजना के लिए जाली कार्य प्रगति पर खर्च का दावा किया है। इसके अलावा कंपनी ने एक परिचालन वाली परियोजना के लिए बोगस 30 करोड़ रुपए के पूंजीगत खर्च का दावा किया है। साथ ही इस इकाई ने 20 करोड़ रुपये के गलत ब्याज खर्च को भी दिखाया है।
यह भी पढ़े :—बेकार डस्टबिन से बनाई ऐसी मशीन 40 किमी की स्पीड से लगी दौड़ने, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड बेहिसाबी और आंशिक हिसाब-किताब की बिक्री
एक रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई के स्टेनलेस स्टील आपूर्तिकर्ता के मामले में यह तथ्य सामने आया कि समूह तीन तरह की बिक्री, हिसाब-किताब के साथ, बेहिसाबी और आंशिक हिसाब-किताब वाली बिक्री, दिखा रहा था। प्रत्येक वर्ष बेहिसाबी या आंशिक हिसाब-किताब वाली बिक्री का कुल बिक्री में हिस्सा 25 प्रतिशत से अधिक है। अभी बेहिसाबी आय की गणना की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इसके करीब 100 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।