क्रिसिल के वरिष्ठ निदेशक और उप मुख्य रेटिंग अधिकारी कृष्णन सीतारमन ने कहा कि पहली तिमाही के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में गोल्ड लोन वितरण में तेजी आई है। यह रुझान कई राज्यों द्वारा लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के साथ मेल खाता है।
डिफॉल्ट ने बढ़ाई मुश्किलें: गोल्ड लोन सबसे आसानी से और सबसे कम समय में मिलने वाला कर्ज है। इससे जुड़ी एनबीएफसी चंद मिनट में गोल्ड लोन देने का दावा करती हैं। लेकिन कोरोना संकट में गोल्ड लोन में बढ़ता डिफॉल्ट उनके लिए मुसीबत बनते जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के सोने को बाजार में नीलाम किया जाता है, जिसे ज्वैलर खरीदते हैं। लेकिन, कोरोना संकट में पिछले दो साल से उनकी बिक्री भी सुस्त पड़ी हुई है। ऐसे में वह भी खरीद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।