जानकारी के अनुसार डाक विभाग ने जिले को शतप्रतिशत सुकन्या बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाडयि़ों की मदद से अभियान चलाया है। मंदसौर जिले में इस योजना के तहत हर माह करीब 900 बालिकाओं के खाते खुल रहे हैं। चूंकि जिले में 0 से 10 वर्ष तक की करीब 1.45 लाख बालिकाएं है, जिनमें से करीब 50 हजार बालिकाओं के खाते खुल चुके हैं। वहीं जिले के 85 गांव ऐसे हैं जहां एक भी बालिका इस खाते से वंचित नहीं है।
8 से 10 रुपए में जमा हो जाएगी मोटी रकम
अगर अपनी बेटी की पढ़ाई और उसकी शादी के खर्चे को लेकर चिंतित हैं तो इस चिंता को छोड़ दीजिए। आप हर दिन मात्र 8 से 10 रुपए की बचत करके इस चिंता से मुक्त हो सकते हैं।
-जन्म से 10 साल तक की बेटी का खुलता है खाता।
-डाकघर या बैंक में खुलवा सकते हैं सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट।
-खाता खुलवाने के लिए फॉर्म के साथ, जन्म प्रमाण पत्र, बेटी के माता-पिता का पहचान पत्र (पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) सहित पते के लिए पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल आदि देना पड़ता है।
-एक बेटी के नाम पर एक ही खाता खुलवाया जा सकता है. अगर दो बेटियां हैं तो दोनों के नाम अलग-अलग खाते खोलने होंगे।
-इस खाते पर इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है।
-इस योजना के तहत हर माह 3000 रुपए का निवेश करते हैं तो सालाना 36000 रुपए होते हैं। इसी प्रकार जारी रखने पर 14 साल बाद 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग पर आपको 9 ,11,574 के करीब रुपए मिले सकते हैं। लेकिन इस बारे में आप बैंक या डाकघर में भी स्थिति क्लियर कर सकते हैं। वहीं आपकी बेटी 21 साल की होने पर आपको 15 लाख रुपए से अधिक मिल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जिले में 50 हजार खाते खुल चुके हैं। जिले के 85 गांव शत प्रतिशत सुकन्या हो गए हैं।
-राजेश कुमावत, अधीक्षक, डाकघर