लगाई थी तेंदूपत्ता फड़ में लगाई आग
जून 2019 के शुरुआती दिनों में भी जिले की सीमा में माओवादी अपनी सक्रियता दिखा चुके हैं। जिला मुख्यालय से लगभग 120 किमी दूर मप्र-छग सीमा के नजदीक मोतीनाला क्षेत्र में माओवादियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी थी, साथ ही घटना स्थल के नजदीक पेड़ पर एक चेतावनी पत्र भी लगा कर छोड़ गए। नेवसा पंचायत की फड़ में श्रमिकों ने तेंदूपत्ता तुड़ाई के बाद उन्हें बंडल बनाने के लिए खुले मैदान में बिछाकर रख दिया था। शनिवार एक जून की सुबह लोगों ने देखा कि उस फड़ में किसी ने आग लगा दी है। घटनास्थल के नजदीक पेड़ पर लगाए गए चेतावनी पत्र में लिखा गया है कि भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी-माओवादी तरफ से मोतीनाला समिति, तेंदूपत्ता ठेकेदार और मैनेजर खोब्रागढ़े को चेतावनी दिया जाता है कि आप लोग पुलिस वालों के साथ मिलकर पार्टी के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात किया, पार्टी को धोखा दिया और दुश्मन के जाल में फंसाने का काम किया इसलिए तुम्हारी फड़ी को जलाया गया। उक्त घटना के बाद क्षेत्रवासी अब तक भय के साए में हैं कि 12 जुलाई को पुलिस ने फिर मोतीनाला क्षेत्र से एक माओवादी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मिले थे एलर्ट के निर्देश
तीन दिन पहले 10 जुलाई को मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में लांजी थाना के देवरबेली चौकी क्षेत्र के पुजारी टोला इलाके में पुलिस ने मुठभेड़ में दो इनामी नक्सलियों को मार गिराया था। इनमें एक महिला और एक पुरुष नक्सली शामिल था, मुठभेड़ में 3 अन्य नक्सली मौके से भाग निकले थे।
मध्यप्रदेश में नक्सली अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं
नक्सली मुठभेड़ के बाद डीजीपी वी के सिंह ने माना था कि मध्यप्रदेश में नक्सली अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं- बालाघाट, मंडला के बाद डिंडोरी की तरफ भी नक्सलियों के तीन दलम सक्रिय हो गए हैं। इन जिलों में सक्रियता बढ़ाने की जिम्मेदारी एरिया कमेटी के सदस्यों को दी गई है। बालाघाट में मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों का बदला लेने की तैयारी की खुफिया सूचना के बाद पुलिस को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए थे। इस संबंध में एसपी आरआरएस परिहार ने कहा कि गिरफ्तार नक्सलवादी को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ जारी है।