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महासमुंद

CG assembly election 2023: सरकार ने मुंह मोड़ा, गांववालों को उनके हाल पर छोड़ा

Mahasamund news: जिले के खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी बहुल ग्राम बेलर के लोगों की तकदीर आजादी के बाद भी नहीं बदली है। कई सरकारें आईं और गईं।

महासमुंदMay 25, 2023 / 05:42 pm

Khyati Parihar

CG assembly election 2023: सरकार ने मुंह मोड़ा, गांववालों को उनके हाल पर छोड़ा

CG assembly election 2023: सरकार ने मुंह मोड़ा, गांववालों को उनके हाल पर छोड़ा

Chhattisgarh news: जितेन्द्र सतपथी @पत्रिका। महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी बहुल ग्राम बेलर के लोगों की तकदीर आजादी के बाद भी नहीं बदली है। कई सरकारें आईं और गईं। जनप्रतिनिधि आए और चाय पीकर चले गए, लेकिन गांव के हालात ज्यादा नहीं बदले। इस बार ग्रामीण एकजुट हो रहे हैं। ग्रामीणों ने तीन महीने में सड़क नहीं बनाने पर चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।
स्कूल बच्चों को होती है परेशानी

बारिश के दौरान स्कूल पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यहां कच्ची सड़क तक नहीं है। यहां के 40 बच्चे दो किलोमीटर पैदल चलकर मोहंदी स्थित मिडिल स्कूल जाते हैं। बारिश में खेत की मेड़ पर से होकर जाना पड़ता है। इतना ही नहीं, बारिश में चौपहिया वाहन भी गांव नहीं पहुंच पाते हैं।
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कोई नहीं चाहता गांव का विकास

जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम बेलर में करीब 500 लोग रहते हैं। शासन-प्रशासन ने बेलर के लोगों से इस कदर मुंह मोड़ लिया है, मानो इन्हें विकास का हक नहीं है। हेमलाल ध्रुव का कहना है कि गांव का विकास कोई नहीं चाहता है। आज तक जितने भी नेता आए, समस्या सुनी और चले गए। गांव का कोई विकास नहीं हुआ। बारिश के सीजन में हमारी (CG assembly election 2023) समस्या बढ़ जाती है। अन्य योजनाएं भी इस गांव में नहीं पहुंची है। पंचुराम ध्रुव ने बताया कि सड़क नहीं बनने पर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।
उत्तम कुमार ध्रुव के मुताबिक गांव की प्रमुख समस्या सड़क है। इसे सरकारें हमेशा नजरअंदाज करती रही है। ग्रामीणों का कहना है कि मानसून में लोगों को अपना गांव नरक जैसा लगता है। किसी की सेहत खराब हो जाए तो खाट पर लादकर मरीज को मोहंदी तक पहुंचाना पड़ता है।
नल जल योजना भी नहीं पहुंची

बेलर ग्राम पंचायत अरण्ड का आश्रित ग्राम है। यहां पानी की बहुत समस्या है। हेमलाल ध्रुव ने बताया कि 20 साल से गांव के लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं। गांव के तालाब में नहीं के बराबर पानी है। नलकूप के माध्यम से तालाब को भरने की मांग की अनसुनी कर दी गई। यहां नल जल योजना भी नहीं पहुंची है।
ग्रामीण सेतराम गोंड़, बसंत नेताम, रूपेश नेताम, अजय विश्वकर्मा, डोमन ध्रुव आदि ने बताया कि इस गांव के बुजुर्गों को सालभर (CG assembly election 2023) से पेंशन नहीं मिली है। पीएम आवास योजना का भी लाभ नहीं मिल रहा है।
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कलेक्ट्रेट घेराव के बाद भी वही हालात

छत्तीसगढ़ ओलंपिक के दौरान बेलर के लोगों ने मुख्यमंत्री को आवेदन दिया था। इसके पहले शिक्षा मंत्री और विधायक को अपनी समस्याओं (CG assembly election 2023) को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा गांववालों ने मिलकर कलेक्ट्रेट का घेराव भी किया। फिर भी अब तक गांव की ओर किसी का ध्यान नहीं गया।
रोजगार गारंटी के तहत मिल रहा रोजगार

गांव में रोजगार गारंटी योजना के तहत ग्रामीणों को काम दिया जाता है। इससे गांववालों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो जाते हैं। इससे ग्रामीणों को राहत है। यहां पंचायत की तरफ से सोख्ता का निर्माण किया गया है।
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