यह 4:15 बजे महासमुंद से निकली।यह निरीक्षण टीम सुबह 10 बजे लखौली से निकली। विभिन्न स्टेशनों में निरीक्षण करते हुए 11:30 बजे टीम महासमुंद पहुंची। यहां नयापारा स्थित रेलवे क्रासिंग के पास निरीक्षण टीम ने लगभग आधे घंटे तक निरीक्षण किया। इसके अलावा रेलवे ट्रेक से नाका की दूरी, लंबाई और रेलवे ट्रेक से इलेक्ट्रिक लाइन की ऊंचाई को नापा गया। वहीं विभिन्न स्टेशनों में हो रहे विद्युत संबंधी कार्यों का भी निरीक्षण किया। मुख्य संरक्षा आयुक्त कोलकाता अभय कुमार राय ने विद्युतीकरण के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए निर्देश दिए। वहीं विभिन्न स्टेशनों में चल रहे निर्माण कार्यों को भी शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि 26 मार्च को रेलवे स्टेशन महासमुंद के इलेक्ट्रिक लाइन को चार्ज किया गया था।
इसके बाद खरियार रोड से इलेक्ट्रिक लाइन पर ट्रायल किया गया। अब तक सिर्फ डाउन लाइन को ही इलेक्ट्रिक से जोड़ा गया है। पहले यह टिटलागढ़ से खरियार रोड तक ही सीमित था। अब खरियार रोड से लखौली तक डाउन लाइन पर भी इसका निर्माण कर लिया गया है। अभी लखौली से रायपुर तक के कार्य को इलेक्ट्रिक लाइन से नहीं जोड़ा गया है। आगामी दिनों में इस पर भी कार्य किया जाएगा। इलेक्ट्रिक लाइन से इंधन की बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा। अन्य ट्रेनों में इंधन की खपत ज्यादा होती है।
निरीक्षण के दौरान स्टेशन प्रबंधक, स्टेशन मास्टर सहित सभी महासमुंद का स्टॉफ मौजूद था। रेलवे पीआरओ निहारे रंजन ने बताया कि आगामी दिनों लखौली से रायपुर तक भी इलेक्ट्रिक लाइन बनाई जाएगी। गुरुवार को इस लाइन का निरीक्षण सीएसआर ने किया। उन्होंने विभिन्न स्टेशनों का भी निरीक्षण किया है। लखौली से रायपुर तक निर्माण हो जाने के बाद ट्रेनें इलेक्ट्रिक लाइन पर दौडऩे लगेंगी।
टे्रन की बढ़ेगी रफ्तार प्रदूषण भी होगा कम
रेलवे पीआरओ निहारे रंजन ने बताया कि इलेक्ट्रिक लाइन निर्माण पूरा हो जाने के बाद ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। इससे डीजल की खपत भी कम होगी और प्रदूषण भी नहीं होगा। निरीक्षण के बाद खरियार रोड से लखौली तक 100 किमी की रफ्तार से स्पेशन ट्रेन भी चलाई गई, जो सफल रहा है। डाउन लाइन पूरा होने के बाद अप लाइन पर भी इलेक्ट्रिक लाइन का कार्य किया जाएगा।
लगा रहा जाम
निरीक्षण के दौरान नयापारा स्थित रेलवे क्रासिंग के पास जाम लग गया था। निरीक्षण के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उसके बाद भी लोग रेलवे क्रासिंग के नीचे से जाते रहे। रेलवे क्रासिंग में प्रति दिन जाम लग जाता है, लेकिन जाम से लोगों को राहत नहीं मिल रही है।