Karnikripa Power Plant: कलेक्टर ने इस वजह से दिया नोटिस
ज्ञात हो कि करणी कृपा पावर प्लांट 8 सितंबर 2024 को दुर्घटना होने से 3 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसकी सूचना प्रबंधन ने पुलिस और जिला प्रशासन को नहीं दी। विलंब से जानकारी देने के संबंध में सहायक संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को 3 दिवस के भीतर समक्ष में उपस्थित होकर कारण स्पष्ट करने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि क्यों न आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। 22 सितंबर को सोशल मीडिया में उक्ताशय की खबर प्रकाशित होने पर फैक्ट्री में हुई दुर्घटना की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हुई।
की गई दुर्घटना की जांच
इस कार्यालय द्वारा दुर्घटना की जांच के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व
महासमुंद, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महासमुंद और श्रम पदाधिकारी महासमुंद की टीम गठित कर 23 सितंबर को फैक्ट्री में जांच कर प्रतिवेदन समक्ष में प्रस्तुत किया गया, जिसमें ज्ञात हुआ कि 13 सितंबर को आपके द्वारा महासमुंद जिले में उपस्थित होकर करणी कृपा पावर प्लांट ग्राम खैरझिटी में दुर्घटना की जांच की गई।
जिसकी सूचना जिला प्रशासन को नहीं दी गई। 23 सितंबर को जिला प्रशासन टीम द्वारा जांच के बाद आपके कार्यालय द्वारा मुख्य कारखाना निरीक्षक सह श्रमायुक्त को दुर्घटना की सूचना देते हुए इस कार्यालय को प्रतिलिपि प्रेषित की गई है। चूंकि उक्त गंभीर दुर्घटना आपके संज्ञान में होने के बावजूद आपके द्वारा इसकी सूचना जिला प्रशासन को नहीं दी गई। जिससे जिला प्रशासन की छवि धूमिल हुई है।
आंदोलन करने की तैयारी में किसान मोर्चा
Karnikripa Power Plant: शुरू से ही
करणीकृपा प्लांट विवादों में रहा है। इसके विरोध में किसानों का आंदोलन 732 दिन चला। प्लांट के विरोध में पूर्व कलेक्टरों को ज्ञापन दिया गया था। हालांकि, ग्रामीणों की मांगों पर प्रशासन की अनदेखी लंबे समय तक चली। दो मौतों के बाद प्रशासन की नींद खुल रही है।
इधर, संयुक्त किसान मोर्चा विभिन्न मांगों को लेकर फिर से आंदोलन करने की रणनीति बना रहा है। करणी कृपा पावर प्लांट में काम करने वालों की सुरक्षा व पेंशन, मुआवजा आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। मोर्चा के अशोक कश्यप ने बताया कि आंदोलन के लिए फिर से चर्चा कर रहे हैं। एक अक्टूबर को प्लांट के गेट सामने आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक दिन पूर्व ही 30 गांव के ग्रामीणों के साथ बैठक कर चर्चा की गई है।