पुलिस के मुताबिक प्रार्थी गोविन्द पटेल पिता उग्रसेन पटेल (40) निवासी मालीडीह ने 18 दिसंबर को थाना तुमगांव में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि 17 दिसंबर को शाम करीब 4 बजे से उसके चाचा हीराधर पटेल पिता चन्द्रीका प्रसाद पटेल (51) निवासी मालीडीह घर से बिना बताए कहीं गए हैं। जिस पर थाना तुमगांव में गुम इंसान का मामला दर्ज कर पतासाजी में जुट गई। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि गुम इंसान हीराधर पटेल को गांव के मोहित पटेल के साथ देखा गया था।
पुलिस की टीम ने संदेही व्यक्ति से पूछताछ की। जिसने अपना नाम मोहित पटेल पिता नीलाम्बर पटेल (26) बिरबिरा वार्ड-10 तुमगांव
महासमुंद का निवासी होना बताया। जिससे गुम इंसान के बारे में पूछताछ करने पर गोलमोल जवाब देकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया। बाद में आरोपी टूट गया और अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपी गिरफ्तार
आरोपी की निशानदेही पर शव को बरामद कर इस घटना में संलिप्त आरोपी पंकज पाइक और मनोज निषाद को गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त हथौड़ा और मृतक के मोबाइल व मोटर साइकिल को जब्त कर थाना तुमगांव में अपराध धारा 103(1) 61(2), 238, 3(5) के तहत कार्यवाही कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज गया। पुलिस की जांच-पड़ताल में यह बात सामने आई कि सुनियोजित ढंग से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है। एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडेय ने बताया कि तुमगांव थाना अंतर्गत हत्या की घटना हुई थी। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
योजना बनाकर हत्या
हीराधर पटेल के गुम होने के बाद परिवार वालों ने दो दिन तक आसपास में उसकी तलाश की। उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद तुमगांव थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने हर एंगल से मामले की जांच की। कड़ी से कड़ी जोड़ते गए। आखिरकार पता चला कि तीन लोगों ने योजना बनाकर हीराधर पटेल की
हत्या कर दी है।
जंगल में छिपा दिया शव
आरोपी ने पुलिस को बताया कि अपने साथियों पंकज पाइक और मनोज निषाद के साथ 17 दिसंबर 2024 को शाम लगभग 4.30 बजे बिरबिरा के जंगल में हीराधर पटेल को बरहा मांस देने के बहाने बुलाया। उसके आने के बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर हथौडे़ से सिर पर वार कर हत्या करना बताया और शव को जंगल में छिपा देना बताया।