मंगलवार को विधान परिषद में शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के लाल बिहारी यादव, आशुतोष सिन्हा, डा. मानसिंह यादव, शहनवाज खान, ने शिक्षामित्रों के मानदेय का मामला उठाया। इस पर सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा आप बड़े राजनीतिक दल हैं। जनता की समस्याओं को लाना चाहिए। जो समस्याएं शिक्षक दल उठाता है। वही अब आप उठा रहे हैं।
सपा विधायक स्वामी ओमवेश के सवाल के जवाब पर संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षामित्रों को समाजवादी पार्टी के समय में सहायक अध्यापक के रूप में नियुक्त किया गया था और उसी पद के अनुसार सैलरी भी दिया जा रहा था। कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें वापस शिक्षामित्र बनाया गया। हालांकि, हमने उनके मानदेय को तीन गुना बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दिया। शिक्षामित्रों को अवसर दिया गया। करीब 15 हजार शिक्षामित्रों ने अर्हता को पूरा किया और सहायक अध्यापक बन गए।