इस साल राष्ट्रीय पोषण माह सात सितंबर से शुरू किया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह को लेकर शुक्रवार को लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को यह निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने बहराइच, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी और बाराबंकी जिलों के पोषण कार्यक्रम के लाभार्थियों और उनके अभिभावकों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। अभिभावकों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने उनके बच्चों की उम्र, पैदाइश के समय और वर्तमान वजन, स्वास्थ्य, उन्हें दिये जा रहे पोषाहार, टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की।
बच्चों के साथ कुपोषित मां को भी मिलेगा लाभ मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ कुपोषित मां को भी लाभ देने को कहा है। कुपोषित परिवारों के बेरोजगार लोगों को राज्य सरकार संचालित योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला स्तर पर कार्यक्रम की साप्ताहिक और मंडलायुक्तों को पाक्षिक समीक्षा करने का निर्देश दिया। समीक्षा की रिपोर्ट विभाग के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की विभागीय और मुख्य सचिव के स्तर पर मासिक समीक्षा हो। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास एस. राधा चौहान ने बताया कि राजकीय शोक के कारण इस साल राष्ट्रीय पोषण माह सात सितंबर से शुरू किया जा रहा है। निदेशक राज्य पोषण मिशन कपिल सिंह ने राष्ट्रीय पोषण माह के बारे में एक प्रस्तुतीकरण भी किया। बताया कि पोषण माह की टैग लाइन ‘उत्तम पोषण-उत्तर प्रदेश रोशन’ है।