अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर इंसान होकर भी आप इंसानियत के लिए काम नहीं करेंगे तो कौन करेगा? यह नहीं होना चाहिए। आप सभी की ड्यूटी सुबह 9.30 बजे की है, लेकिन कुछ लोग 11 बजे तक भी ऑफिस नहीं पहुंचते हैं। ऊपर से दबाव न हो तो कुछ लोग तो 12 बजे तक दफ्तर आते हैं और कुछ लोग कैम्प कार्यलय बनाकर गप्पे मारते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जनता की समस्याओं को सुनने के लिए सीएम हेल्पलाइन और आइजीआएस बनाया, लेकिन अक्सर उसे बिना निस्तारित किये, निस्तारित की रिपोर्ट दी जाती थी। हमारी सरकार बनने के बाद इसमें सुधार करवाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जनता हमारे काम से खुश नहीं तो हमको यह मानना पड़ेगा कि हम अच्छा काम कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल में हमने यह पाया है कि जनता की 90 फीसदी समस्याएं राजस्व और पुलिस विभाग से सम्बंधित हैं। राजस्व विभाग से सीधे जुड़ाव होने के चलते नायब तहसीलदार और प्रोन्नत डिप्टी कलेक्टर समस्याओं के समाधान का रास्ता बेहतर ढंग से जानते हैं। उन्होंने इस सेवा संवर्ग के अफसरों से अपील की है कि सरकार उनको हर तरह की सहूलियत देने कार्य कर रही है तो इस समर के अफसर भी जनता की समस्याओं के निराकरण में पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत अफसोस होता है कि कई बार बाबू लोग नगर निकाय के पैसों को अपने घर ले जाते हैं, क्योंकि कई बार इससे काफी समस्या आती है।