559 सदस्य ने बनाया 19,921 लीटर सैनिटाइजर साल 2020-21 में स्वयं सहायता समूह की 20,386 सदस्यों द्वारा 1.23 करोड़ मास्क, 1,223 सदस्यों द्वारा 50,714 पीपीई किट और 559 सदस्यों द्वारा 19,921 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन किया गया। इस साल अब तक 15 लाख से अधिक मास्क का निर्माण समूह की महिलाओं की ओर से किया जा चुका है।
रोजगार के नए अवसर किए जा रहे हैं प्रदान राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मिशन निदेशक भानु गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश सरकार की लाभकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीण महिलाओं को देते हुए लघु कुटीर व्यापार से जोड़ उनको रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। जिससे अब वो महिलाएं अपने संग अपने आस पास की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का काम कर रही हैं।
महिलाओं की प्रतिमाह आमदनी में हुआ इजाफा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से मिशन के तहत पुलिसविभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, विकास भवन तथा अन्य विभागों के स्टाफ को मास्क उपलब्ध कराए गए। मास्क निर्माण से समूह के प्रति सदस्य को औसतन 6000 रुपए की मासिक आय हो रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मिशन के तहत 1.98 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को आजीविका की दिशा में ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।