पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी और पश्चिम-उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सोमवार से अपना असर दिखाना शुरू कर सकता है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बुधवार तक रहने की उम्मीद जताई गई है। खासकर मंगलवार और बुधवार को मैदानी भागों में बूंदाबांदी संग हल्की और मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
मौसम के तेवर में बदलाव मौसम विभाग ने मौसम के तेवर में बदलाव की संभावना को देखते हुए कुछ राज्यों के लिए चेतावनी भी जारी की है। मौसम में लगातार बदलाव आने और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पर्वतीय इलाकों के साथ ही उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी राज्यों में भी जनवरी के अंत से अभी तक नियमित अंतराल पर किसी न किसी हिस्से में बारिश दर्ज की गई है।
यूपी में अब तक 53 मिमी बारिश उत्तर प्रदेश में 1 जनवरी से 24 फरवरी तक 53 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इस अवधि में यह सामान्य से अधिक है। फसलों पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है। खासकर गेहूं, आलू, प्याज आदि की खेती ज्यादा प्रभावित हुई है। ओले गिरने से आम की फसलों को भी नुकसान हुआ है, क्योंकि बौर निकलने लगे हैं।
शुक्रवार शाम को बारिश और ओले शुक्रवार शाम नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश हुई। इसके साथ ही दिल्ली के कई हिस्सों में बूंदबादी हुई और कुछ इलाकों में तो ओले भी गिरे। हरियाणा के फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।