अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को उत्तराखंड के समस्त जिलों में कड़ी निगरानी और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इस क्रम में एसटीएफ ने खटीमा में स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में चकरपुर बनमंडी महादेव मंदिर के पास से हरविंदर सिंह पुत्र कुलवंत सिंह निवासी शक्ति फार्म सितारगंज और जसदीप सिंह पुत्र सुरेंद्र पाल सिंह निवासी जनता फार्म गौरी खेरा सितारगंज को गिरफ्तार किया। दोनों के कब्जे से भारी मात्रा में स्मैक मिली। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे स्मैक उत्तर प्रदेश के मीरगंज से बबलू नामक व्यक्ति से लेकर आए थे। शुक्रवार को ही नेपाल में लाला नाम के व्यक्ति को इसकी सप्लाई होनी थी।
टीम को 25 हजार के नगद पुरस्कार देने की घोषणा
दो साल से कर रहे थे तस्करी अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में कई सुराग मिले हैं। बताया कि वह दो साल से मीरगंज
बरेली से नेपाल में स्मैक की तस्करी कर रहे थे। नेपाल में उनके फिक्स एजेंट हैं, जिनको डिलीवरी दी जाती थी। वहीं एसएसपी अग्रवाल ने आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को 25 हजार के नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
इस साल पकड़ी गई छह किलो स्मैक
अग्रवाल ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की यह अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस साल टीम ने राज्य में 5.968 किलो स्मैक, 19.808 किलो चरस, 5.322 किलो अफीम, 300 किलो डोडा पोस्त बरामद कर चुकी है। एसटीएफ अभी तक इस साल 38 तस्करों को गिरफ्तार किया है।