मौसी और भांजे ने एक दूसरे से शादी न होने पर दी जान लखनऊ. परिवार वालों की रजामंदी न होने पर लखनऊ में प्रेमी युगल ने खुदकुशी कर ली। मृतक युवक और युवती रिश्ते में मौसी व भांजा थे। दोनों शादी करना चाहते थे। प्रभारी निरीक्षक हसनगंज यशकांत सिंह के मुताबिक, मूलरूप से काकोरी भगमतखेड़ा बसरैला निवासी अखिलेश यादव के चाचा ने मलिहाबाद के गढ़ी मंजर की रहने वाली मनीषा की बड़ी बहन से लव मैरिज की थी। इस रिश्ते के बाद अखिलेश और मनीषा का एक-दूसरे के घर आना जाना शुरू हुआ। दोनों के बीच प्रेम संबंध बने, जो परिवार को नामंजूर था। अखिलेश वृंदावन कॉलोनी में चाय के होटल पर काम करता था। तीन जुलाई की शाम को वह जन्मदिन की पार्टी में मोहनलालगंज जाने की बात कहकर घर से निकला था। लेकिन वापस नहीं लौटा। अखिलेश, मलिहाबाद के गढ़ी मंजर निवासी रिश्ते में मौसी लगने वाली मनीषा के साथ निकल गया। अखिलेश ने अपने बड़े भाई को कॉल कर कहा कि आप लोग हम दोनों की शादी नहीं कराओगे। ऐसे में अब हम लोग आत्महत्या करने जा रहे हैं। इसके बाद दोनों रिवर फ्रंट गए और गोमती नदी में छलांग लगा दी। रविवार को दोनों का शव झूलेलाल पार्क के पास मिला।
गोरखपुर के 32 गावों में सड़कों पर खर्च होंगे 100 करोड़ गोरखपुर. गोरखपुर नगर निगम में शामिल 32 गांवों की सड़कों पर सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन रुपयों से ज्यादातर सड़कें सीसी बनाई जाएंगी और साथ में नालियों का भी निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम प्रशासन ने पथ प्रकाश के लिए भी जगह चिह्नित कर ली है। नगर निगम में शामिल भरवलिया गांव में विकास कार्यों पर सबसे ज्यादा रुपये खर्च होने का अनुमान है। नगर निगम के प्रस्ताव में भरवलिया में विकास कार्यों के लिए 16.13 करोड़ रुपये से ज्यादा चाहिए। रुस्तमपुर वार्ड से सटे भरवलिया की कई गलियों में सड़कें भी नहीं हैं। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि 32 गांवों में विकास कार्यों का खाका खींचा जा चुका है। मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों के प्रस्ताव की जानकारी ली है। बजट मिलते ही शहरी सुविधा इन इलाकों में दी जाएगी।
युवती का अपहरण, परिवार का आरोप, पुलिस ने दबाया मामला बहराइच. बौंडी के गांव निवासी युवती का फखरपुर थाना क्षेत्र निवासी विशेष समुदाय के युवक ने सहयोगियों संग अपहरण कर लिया। जानकारी करने गए पीड़ित परिवारजन को आरोपितों ने मारपीट कर जानमाल की धमकी दी। थाने पर तहरीर दिए जाने के बावजूद कई दिन तक मामले को पुलिस दबाए बैठी रही। युवती का एक जुलाई को हुआ था। घटना की जानकारी पाकर परिवार ने नौशाद के घर फखरपुर पहुंचे और बेटी को सकुशल सौंपने की बात कही तो आरोपितों ने पीड़ित परिवारजन को पीटा और जानमाल की धमकी देकर भगा दिया। परिवारजन ने बेटी का अपहरण कर जबरन मतांतरण कराने का आरोप लगाते हुए घटना की नामजद तहरीर पुलिस को दी। आरोप है कि पुलिस पीड़ित परिवारजन को समाज में बदनामी का भय दिखाकर मामले को दबाती रही। बेटी के सकुशल बरामदगी को लेकर परिवार ने ने उच्चाधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई इसके बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस हरकत में आई।
वाराणसी में पीएम मोदी और सीएम योगी के विवादित पोस्टर वाराणसी. वाराणसी में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विवादित पोस्टर लगाए गए। पोस्टर में विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक भी दिख रहे हैं। यह पोस्टर शहर के बीएचयू गेट, लंका मार्किट, रविन्द्रपुरी, अस्सी, रथयात्रा चौराहे पर लगे दिखे। जब पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो पुलिस सक्रिय हुई। जल्दी ही सभी जगह के विवादित पोस्टर हटा दिए गए। अरुण पाठक ने अपने सोशल मीडिया वाल पर भी पोस्टरों का वीडियो वायरल किया। मामले की जानकारी होने के बाद भेलुपुर और लंका पुलिस ने पोस्टर को हटवा दिया। बीते शुक्रवार को सिगरा थाना क्षेत्र के रोडवेज क्षेत्र में पोस्टर चस्पा किए गए थे। जिसके बाद सुफियान खान की तहरीर पर सिगरा थाने में अरुण पाठक पर मुकदमा दर्ज किया गया था।