मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना को 100 करोड़ रुपए, जानें- बजट में किसे क्या मिला
अब तक का सबसे बड़ा बजट
वित्त मंत्री ने 2021-2022 का कुल 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। यह बजट पिछले वित्तीय वर्ष के बजट से करीब 38 हजार करोड़ रुपया अधिक है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 5.12 लाख करोड़ रुपए का बजट था। यूपी की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। देश के अन्य राज्य में अभी तक किसी का भी इतना बड़ा बजट नहीं है।
केंद्रीय आम बजट में केंद्र सरकार की देखादेखी यूपी सरकार ने भी अपना पहला पेपरलेस बजट पेश किया। यूपी बजट ऐप पर भी उपलब्ध है। योगी सरकार ने इसके लिए बजट ऐप तैयार कराया। इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
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योगी ने बनाया रिकॉर्ड
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने नाम एक और रिकार्ड दर्ज करा लिया है। यूपी में भाजपा सरकार के वह पहले ऐसे सीएम बन गए हंै जिनकी अगुवाई में लगातार पांचवीं बार बजट पेश किया गया। भाजपा के कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्ता तथा राजनाथ सिंह ने भी यूपी की बागडोर संभाली थी,पर कोई भी तीन बार से अधिक बजट नहीं पेश कर सका था। पांच बजट, पांच प्राथमिकताएं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद हर बार अलग-अलग थीम पर बजट पेश किया-
बजट 2017-18 किसानों को समर्पित
बजट 2018-19 औद्योगिक विकास को समर्पित
बजट 2019-20 महिलाओं को समर्पित
बजट 2020-21 युवाओं और रोजगार को समर्पित
बजट 2021-22 समग्र विकास को समर्पित
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यूपी बजट की खास बातें
– किसानों को मुफ्त सिंचाई की सुविधा के लिए 700 करोड़ रुपए।
– मजदूरों को तोहफा, अब घंटे के हिसाब से मिलेगी मजदूरी।
– वकीलों के लिए चैम्बर बनाए जाएंगे।
– जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर छह रनवे होगा।
– जेवर हवाई अड्डे के लिए 2,000 करोड़ रुपए।
– वाराणसी पर्यटन विकास के लिए 100 करोड़ रुपए।
– कानपुर मेट्रो रेल के लिए 597 करोड़ रुपए की व्यवस्था।
– मेरठ को स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी की सौगात।
– गांवों में स्टेडियम के लिए 25 करोड़ रुपए।
– मंडी परिषद की तीन फीसद कमाई गौशालाओं को देंगे।
– एसजीपीजीआई में आधुनिक डायबिटीज सेंटर बनेगा।
– रायबरेली व गोरखपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू।
– श्रीराम जन्मभूमि मंदिर व अयोध्या धाम तक पहुंच मार्ग के लिए 300 करोड़ रुपये
– अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सुंदरीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये
– अयोध्या में निर्माणाधीन एयरपोर्ट के लिए 101 करोड़ रुपये
– वाराणसी में पर्यटन सुविधाओं के विकास और सुंदरीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये
– पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये
– विंध्याचल और नैमिषारण्य में स्थल विकास के लिए 30 करोड़ रुपये
– चित्रकूट में पर्यटन विकास की विभिन्न योजनाओं के लिए 20 करोड़ रुपये