उत्तर प्रदेश को क्लीन एनर्जी हब बनाने की दिशा में कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा के स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में बढ़ती औद्योगिक गतिविधियों और ऊर्जा की मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना पर जोर दिया है। मिर्जापुर, सोनभद्र और चंदौली को इस योजना का प्रमुख केंद्र बनाया जा रहा है, जहां कुल 6 पंप स्टोरेज प्लांट्स लगाए जाएंगे। इनमें से 4 प्लांट्स अकेले मिर्जापुर में स्थापित किए जा रहे हैं, जो प्रदेश में सबसे अधिक ऊर्जा उत्पादन करेंगे।
6 पंप स्टोरेज प्लांट्स से 4730 मेगावॉट ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य योगी सरकार ने इन 6 पंप स्टोरेज प्लांट्स से 4730 मेगावॉट ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इन प्रोजेक्ट्स को पहले ही अगस्त 2024 में आवश्यक क्लीयरेंस मिल चुकी है और अब जल्द ही इनके निर्माण कार्य शुरू होने वाले हैं। इसके अलावा, इन प्रोजेक्ट्स के साथ एक्मे, अवाडा और ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के पास इन प्रिंसिपल अप्रूवल भी है, जिससे इन परियोजनाओं को तेज गति से आगे बढ़ाया जा सकेगा।
सोनभद्र में सबसे बड़ा प्लांट, 1250 मेगावॉट क्षमता
सोनभद्र जिले में सबसे बड़ा पंप स्टोरेज प्लांट बनने जा रहा है, जिसकी क्षमता 1250 मेगावॉट होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए 30 मई को स्वीकृति मिली थी और इसका निर्माण एक्वाग्रीन इंडीनियरिंग मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इस प्लांट की कुल लागत 6100.62 करोड़ रुपये होगी और यह सोन नदी के पानी का उपयोग करके ऊर्जा उत्पादन करेगा। यहां दो रिजर्वॉयर बनाए जाएंगे, जिनमें पानी स्टोर किया जाएगा और फिर इसका उपयोग ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए किया जाएगा।
चंदौली में 600 मेगावॉट क्षमता का प्लांट
चंदौली के मुबारकपुर में एक 600 मेगावॉट क्षमता वाला पंप स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसकी स्वीकृति 8 अगस्त को मिली थी। इस प्रोजेक्ट का निर्माण एक्मे ऊर्जा टू प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह एक क्लोज्ड लूप स्टोरेज हाइड्रो प्रोजेक्ट होगा, जिसमें अपर और लोअर रिजर्वॉयर के माध्यम से ऊर्जा उत्पन्न की जाएगी। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3544.81 करोड़ रुपये होगी।
मिर्जापुर में 4 प्लांट्स से 3480 मेगावॉट ऊर्जा उत्पादन
मिर्जापुर जिले में 4 पंप स्टोरेज प्लांट्स के माध्यम से 3480 मेगावॉट ऊर्जा उत्पन्न करने की योजना बनाई गई है। इन प्लांट्स को अवाडा ग्रुप और रेन्यू जैसे बड़े ऊर्जा कंपनियों द्वारा विकसित किया जा रहा है। अवाडा ग्रुप का कटरा में 630 मेगावॉट का प्लांट और रेन्यू का कालू पट्टी में 600 मेगावाट और बबूरा में 800 मेगावाट का प्लांट प्रमुख हैं। ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम भी मिर्जापुर के बबूरा रघुनाथ सिंह गांव में 850 मेगावाट क्षमता का पंप स्टोरेज प्लांट बना रही है। इन प्रोजेक्ट्स पर कुल मिलाकर हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है और इनके पूरा होते ही उत्तर प्रदेश ऊर्जा उत्पादन में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ेगा।
सीएम योगी का विजन
सीएम योगी आदित्यनाथ का विजन है कि उत्तर प्रदेश को ऊर्जा उत्पादन के मामले में अग्रणी बनाया जाए। उन्होंने जोर दिया है कि प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाया जाए और पंप स्टोरेज प्लांट्स के जरिए पर्यावरण के अनुकूल बिजली उत्पादन किया जाए। इन प्लांट्स के जरिए यूपी के विकास को नई दिशा मिलेगी और प्रदेश ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा।