सर्दी का सितम कम नहीं था कि बारिश ने लोगों व किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी। लखनऊ व आसपास के इलाकों में बारिश ने दस्तक दी, जिससे गलत बढ़ गई। हालांकि दिन चढ़ते कुछ तापमान भी बढ़ा। रविवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री, तो न्यूनतम 13 डिग्री दर्ज किया गया। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मौसम बिगड़ गया है। मेरठ-बागपत समेत कई जिलों में शनिवार देर रात से ही बारिश शुरू हो गई, तो रविवार सुबह मूसलाधार बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। यह आलू की फसल के लिए नुकसानदायक साबित होगी। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पछुआ हवा का जोर धीमा पड़ने से तापमान सामान्य से अधिक या आसपास दर्ज किए गए हैं। पाकिस्तान के पहाड़ों पर व अफगानिस्तान के नजदीक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। जिसका असर देखने को मिल रहा है।
बारिश से एक तरफ कुछ परेशानियां हुई, तो दूसरी तरफ एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में सुधार भी देखने को मिली। वायु में फैले प्रदूषण व धुंध एक पल में धुल गए। रविवार को लखनऊ का एक्यूआई 264 दर्ज हुआ, कानपुर नगर का 261, मेरठ का 169, गाजियाबाद का 169, वाराणसी 126, प्रयागराज का एक्यूआई 64 दर्ज किया गया। आगामी दिनों में भी बारिश के आसार हैं, जिससे एक्यूआई लेवेर और बेहतर होगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग लखनऊ केंद्र ने 4,5,6 जनवरी को पश्चिम यूपी में कुछ स्थानों पर हल्की गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं पूर्व यूपी में एक या दो जगह गरज चमक के साथ वर्षा का अनुमान है। ऐसे में संभलकर रहने की जरूरत है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि पश्चिमी व पूर्वी यूपी में छह जनवरी तक विभिन्न इलाकों में हल्की बारिश होगी। पांच से छह दिनों तक शीत लहर चलेगी। कई जनपदों में कड़ाके की ठंड होगी।
मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़ ,गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, नोएडा, सहारनपुर, शामली, बरेली, रामपुर, संभल, बागपत, शाहजहांपुर, बदायूं, फिरोजाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फर्रुखाबाद, अलीगढ़ और आसपास के जिलों में बारिश की संभावना है।