उत्तर प्रदेश में 86 प्रतिशत बढ़ा रिकवरी रेट, 24 घंटे में 17775 नए केस और 286 की मौत
– प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू का बेहद ही कारगर असर रहा
लखनऊ. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के सेंकेंड स्ट्रेन के चरम पर आने के दौरान उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू का बेहद ही कारगर असर रहा। मुख्यमंत्री योगी के इसके साथ ही रोज टीम-9 के साथ कोरोना की समीक्षा बैठक और स्थलीय निरीक्षण के कारण सरकारी मशीनरी भी मिशन मोड पर आ गई और अब प्रदेश में रिकवरी रेट 86 प्रतिशत बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे की जो रिपोर्ट आई है, उसके अनुसार बीते 24 घंटे में 17775 नए संक्रमित केस मिले हैं। इस दौरान 286 की मौत भी हो गई है। प्रदेश में इस दौरान 19425 लोग कोरोना संक्रमण की गिरफ्त से बाहर भी आए हैं। अब प्रदेश में कुल एक्टिव केस दो लाख 4658 हैं।
बिजली दरें घोषित करने की तैयारी शुरू, 17 को होगी सुनवाई
उपभोक्ता परिषद में नियामक आयोग में दाखिल की आपत्तियां व सुझाव
लखनऊ. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से बिजली दरें जल्द घोषित करने के लिए आए पत्र के बाद उत्तर प्रदेश में कोरोना काल में ही बिजली दरें घोषित करने की तैयारी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग 17 मई को बिजली दरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करने जा रहा है। इस बीच गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद ने बिजली दर पर अपनी आपत्तियां और सुझाव आयोग में दाखिल किए हैं। परिषद ने मौजूदा बिजली दरों को 25 फीसद घटाने का आयोग से अनुरोध किया है। हालांकि आयोग द्वारा बिजली कंपनियों के स्लैब परिवर्तन संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी दिए जाने पर बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं का बिजली खर्च बढ़ सकता है।
यूपी में नहीं थम रहा शवों का नदियों में प्रवाहित करने का सिलसिला, खतरे में पड़ा नमामि गंगे मिशन
– जीवनदायिनी माने जाने वाली गंगा नदी पर भी गहराया बड़ा संकट
लखनऊ. कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लोगों के साथ ही अब जीवनदायिनी माने जाने वाली गंगा नदी पर भी बड़ा संकट गहरा रहा है। मोक्षदायिनी मानी जाने वाली गंगा नदी के साथ ही यमुना, गोमती और अन्य नदियों या फिर उनके तट पर रोज सैकड़ों शव मिल रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण से मृत लोगों के परिवारिवाजन या तो इनके शवों को बहा दे रहे हैं या फिर आधे जले शवों को नदी के पास छोड़कर इतिश्री कर ले रहे हैं। इसके बाद की सारी कसर सरकारी नुमाइंदे, घाट पर रहने वाले लोग या फिर जानवर कर दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बीते एक हफ्ते से नदियों में शव मिलने का सिलसिला अनवरत चल रहा है। जोकि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हमीरपुर और महोबा में यमुना नदी हो या फिर बदायूं से लेकर बलिया तक गंगा, इनमें शव लगातार मिलते ही जा रहे हैं।
यूपी के बेसिक शिक्षकों को बड़ी राहत, अंतर जिला तबादला निरस्त होने वाले फिर कर सकेंगे आवेदन
लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। जिन शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण आवेदन निरस्त किया जा चुका है, वे अगले सत्र में स्थानांतरण के लिए फिर से आवेदन कर सकेंगे। साथ ही स्थानांतरण निरस्त होने वाले शिक्षकों को उसी विद्यालय में तैनाती दी जाएगी, जहां से तबादले के लिए उन्होंने आवेदन किया था। बेसिक शिक्षा की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इस संबंध में जिलाधिकारियों व सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है। फरवरी 2021 में पारस्परिक अंतर जिला तबादला की जो सूची जारी की गई, इसमें 4868 शिक्षकों को दूसरे जिले में जाने का मौका मिला। दोनों तबादला प्रक्रिया में दावेदार शिक्षकों की तादाद काफी अधिक रही है।
लखनऊ के लोहिया संस्थान में ब्लैक फंगस से पहली मौत, केजीएमयू में भी चपेट में हैं आठ मरीज
लखनऊ. कोरोना संक्रमण काल के दौरान म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) भी अब मरीजों की जान लेने लगा है। लोहिया संस्थान की होल्डिंग एरिया में पोस्ट कोविड एक महिला मरीज की इस बीमारी के चलते मौत हो गई। कोरोना से उबरने के बाद आंख व नाक में सूजन होने पर सोमवार को महिला को लोहिया संस्थान की इमरजेंसी लाया गया था। डाक्टरों ने लक्षणों के आधार पर ब्लैक फंगस की आशंका जाहिर की थी। इसके बाद सीटी स्कैन करने पर फंगस नजर आया। तब महिला का उपचार शुरू किया, मगर उसकी हालत लगातार बिगड़ती गई। इस दौरान फंगस की कल्चर जांच कराने की तैयारी भी शुरू हुई, लेकिन इसी बीच उसकी मौत हो गई।