माना जा रहा है कि दिसंबर तक प्रदेश के महानगर और जिलाध्यक्ष बदल जाएंगे। 15 से 20 नवंबर के बीच बूथ और मंडलों में भी बदलाव होंगे। जनवरी में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष बनने के दावेदारों ने भी संघ और दिल्ली दरबार में पैरवी शुरू कर दी है।
भाजपा के संगठनात्मक चुनाव का तैयार हो चुका है रोडमैप
भाजपा में गत साल कुछ संगठनात्मक बदलाव हुए थे। जिला और महानगर अध्यक्ष बदले गए थे। हालांकि, कई पुराने चेहरे रिपीट हो गए थे। ऐसे में अब इन चेहरों का भी बदला जाना तय है। भाजपा के संगठनात्मक चुनाव का रोडमैप तैयार हो चुका है। जिला चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति और प्रदेश स्तरीय कार्यशाला से शुरुआत हो चुकी है। सक्रिय सदस्यता की सूची जिलों में सार्वजनिक होने के बाद चुनाव प्रक्रिया तेज हो जाएगी।
3 महीने में पूरी होगी प्रदेशों में चुनाव प्रक्रिया
बता दें कि भाजपा के प्रदेश में 98 संगठनात्मक जिले और 1918 मंडल हैं। चुनाव प्रक्रिया की सुगबुगाहट के साथ ही जिलों में दावेदार सक्रिय हो गए हैं। संगठन की राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले तमाम सांसद- विधायक भी अपने करीबियों को जिला और महानगर अध्यक्ष बनवाने के प्रयास में गोलबंदी करने में जुट गए हैं। प्रदेशों में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने के लिए 3 माह की समय सीमा तय की गई है। सबकुछ तय कार्यक्रम के हिसाब से हुआ तो दिसंबर तक मंडल और जिलों में संगठनात्मक बदलाव हो जाएंगे। ऐसे में जनवरी में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।