पेपर आउट के नाम पर ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार
एसटीएफ के अनुसार आरोपी ने टेलीग्राम पर ‘पुलिस सिपाही पेपर लीक’ चैनल के माध्यम से एक लाख रुपये में प्रश्नपत्र मुहैया कराने का आश्वासन दिया था। उसे यह काम एक अन्य व्यक्ति, अभय कुमार श्रीवास्तव, ने सौंपा था, जिसने उसे फर्जी सिम कार्ड देकर लखनऊ बुलाया था। फिलहाल, एसटीएफ मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है।
सोशल मीडिया अफवाह
इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पेपर लीक की अफवाह फैलाने पर भी कार्रवाई की गई है। एक अज्ञात व्यक्ति ने परीक्षा के पहले दिन का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें पेपर लीक का दावा किया गया था। हालांकि, बाद में वीडियो डिलीट कर दिया गया, लेकिन पुलिस ने इसका स्क्रीनशॉट लेकर हुसैनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।
जानिए अनिरुद्ध मोदनवाल को
अनिरुद्ध मोदनवाल, भदोही जिले के सुरियांव बाजार का निवासी है, जिसे हाल ही में लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसे लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास से पकड़ा गया। अनिरुद्ध पर आरोप है कि वह यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर पास करवाने के लिए अभ्यर्थियों से 1-1 लाख रुपये वसूल रहा था। पुलिस के अनुसार, अनिरुद्ध पेपर लीक करवाने वाले एक संगठित गिरोह का सदस्य है, जो इस बार सक्रिय होकर परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा था।
अन्य गिरफ्तारियां: पिंकी सोनकर
इससे पहले यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर से महिला कांस्टेबल पिंकी सोनकर को भी गिरफ्तार किया था। पिंकी पर आरोप था कि वह अभ्यर्थियों को सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर पास करवाने का भरोसा दिलाकर उनसे रुपये वसूल रही थी। एसटीएफ ने पिंकी के साथ तीन अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया है। इन मामलों में एसटीएफ गहन जांच कर रही है ताकि पेपर लीक से जुड़े पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जा सके।