ये भी पढ़ें- इटावा में पति ने जीता प्रधानी का चुनाव, लेकिन नतीजे आने से पहले हुई पत्नी की मौत गैंगस्टर एक्ट भी लगाया- एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के वक्त से ही यूपी पुलिस ने मतदान से पहले व बाद में हुई हिंसाओं की जांच करने के लिए कमर कस ली थी। परिणाम स्वरूप, पुलिस ने 6000 लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों ने चुनावों के पिछले चरणों में खलल डाला था। जबकि 7.28 लाख हथियार लाइसेंस धारकों ने अपने हथियार भी जमा किए थे। कुमार ने कहा कि मतदान के दौरान हिंसा करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया है।
ये भी पढ़ें- दीक्षा सिंह के ग्लैमर को जनता ने नकारा, यह रही हार की वजह सम्पत्तियां भी का जा रही जब्त- उनकी संपत्तियों को भी जब्त करने की कार्रवाई की गई है। एडीजी ने आगे बताया कि कुछ जिलों में बैलेट बॉक्स में पानी डाला गया था। कई मामलों में बूथ पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया था। पुलिस ने मतदान के बाद सफलतापूर्वक तालाबंदी की और विजय जुलूस निकालने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि इस तरह की पांच घटनाएं सामने आईं है।