प्रयागराज जाने वाले निजी वाहनों के लिए टोल टैक्स फ्री, 7 टोल प्लाजा पर छूट का ऐलान
शुल्क वृद्धि के कारण और प्रभाव
1. शुल्क वृद्धि का उद्देश्य- भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक माला श्रीवास्तव के अनुसार
- लेवल प्लेइंग फील्ड: राज्य के भीतर और बाहरी राज्यों से आने वाले उपखनिज व्यापारियों के लिए समान स्थितियां स्थापित करना।
- राजस्व बढ़ोतरी: शुल्क वृद्धि से राजस्व में वृद्धि होगी।
- अवैध परिवहन पर रोक: बाहरी राज्यों से आने वाले उपखनिजों के वाहनों की कड़ी जांच सुनिश्चित की जाएगी।
- निर्माण लागत में वृद्धि: बालू, मौरंग और गिट्टी के दाम बढ़ने से निर्माण कार्य महंगा हो सकता है।
- मांग और आपूर्ति में असंतुलन: राज्य में उपखनिजों की मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ने से सामग्री की कीमतें और अधिक बढ़ सकती हैं।
- बाजार में उथल-पुथल: अवैध परिवहन पर रोक के कारण आपूर्ति बाधित हो सकती है।
सरकार की रणनीतियां
1. कड़ाई से वाहनों की जांच- बाहरी राज्यों से आने वाले उपखनिजों के वाहनों की सख्त निगरानी की जाएगी।
- ओवरलोडिंग और अवैध परिवहन पर सख्त कार्रवाई होगी।
- सरकार ने कानपुर देहात, हमीरपुर, मथुरा, बांदा और लखनऊ के खान अधिकारियों का स्थानांतरण किया है।
- नए अधिकारियों को तैनात कर अवैध खनन और परिवहन पर रोक लगाने की जिम्मेदारी दी गई है।