मंकीपॉक्स : 21 दिन तक निगरानी जरूरी मंकीपॉक्स प्रभावित देशों से लौटने वालों की 21 दिन तक निगरानी भी करने को कहा गया है। जिला अस्पतालों के साथ सभी सीएचसी में भी सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। आशा एवं एएनएम कार्यकर्ता को भी लक्षण की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सर्विलांस अधिकारी डॉ. विकाशेंदु अग्रवाल ने बताया कि गाइडलाइन तैयार कर ली गई है। जल्द ही इसे जारी कर दिया जाएगा।
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पानी न बरसने पर इंद्र भगवान की शिकायत की कमाल यह, जिला प्रशासन ने शिकायत दर्ज कर ली मंकीपॉक्स की पहचान क्या है जानें लोहिया संस्थान के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति को बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। यह वायरस कटी-फटी त्वचा, सांस नली या म्यूकोसा (आंख, नाक या मुंह) से शरीर में प्रवेश करता है। यह जानवरों से मानव में अथवा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। अब ज्यादातर लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में यहां मंकीपॉक्स अधिक प्रभावी होने की उम्मीद नहीं है। फिर भी हर स्तर पर सावधानी जरूरी है।