निजी लैब पर कसेगा शिकंजा
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महिला का नमूना निजी लैब में जांचा गया था, लेकिन लैब ने सीएमओ कार्यालय को इसकी सूचना नहीं दी। यदि केजीएमयू की लैब से जांच रिपोर्ट नकारात्मक आती है, तो निजी लैब के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने दोबारा नमूना जांच के लिए भेजा है। यह भी पढ़ें
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आरटीपीसीआर किट से होगी प्रमाणित जांच
केजीएमयू माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रमुख डॉ. अमिता जैन ने बताया कि एचएमपीवी वायरस की जांच के लिए आरटीपीसीआर किट का उपयोग किया जाएगा। यह किट कोविड जांच किट से अलग है। उन्होंने कहा कि वायरस की पहचान के लिए संस्थान में विशेष किट और रीजेंट का इंतजाम किया जा चुका है।सरकारी संस्थानों में निशुल्क जांच की सुविधा
उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर केजीएमयू और पीजीआई में एचएमपीवी वायरस की निशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। नमूनों की जांच 24 से 72 घंटे के भीतर पूरी होगी।एचएमपीवी के लक्षण और प्रभाव
एचएमपीवी वायरस के लक्षण फ्लू और कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं। सामान्य लक्षण: खांसी, बुखार, गले में खराश, नाक बंद, सांस लेने में कठिनाई। गंभीर स्थिति: संक्रमण के बढ़ने पर यह ब्रोंकाइटिस या निमोनिया का रूप ले सकता है। एक बार वायरस की चपेट में आने के बाद व्यक्ति 3 से 6 दिनों तक बीमार रह सकता है।
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वायरस कैसे फैलता है?
छींकने और खांसने से वायरस हवा में फैलता है। संक्रमित सतहों को छूने से भी यह फैल सकता है।बचाव के उपाय
हाथों की स्वच्छता: साबुन से बार-बार हाथ धोएं। संक्रमित व्यक्ति से दूरी: संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से बचें। आइसोलेशन: लक्षण महसूस होने पर खुद को आइसोलेट करें। सुरक्षात्मक उपाय: मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचें। घर पर आराम: बीमारी की स्थिति में घर में ही रहें और आराम करें।
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