38 स्थानों पर पराली जलाने के साथ मथुरा तीसरे नंबर पर
बताया जा रहा है कि प्रदेश में अलीगढ़ 83 स्थानों पर पराली जलाने पर पहले स्थान पर है। जबकि संभल जिले में 60 स्थानों पर पराली जलाने पर दूसरे और मथुरा 38 स्थानों पर पराली जलाने पर तीसरे स्थान पर है। इसे लेकर कृषि विभाग के अधिकारी राजस्व विभाग, ग्राम विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग के साथ जांच पड़ताल में लगे हैं।
8 केसों में पराली जलाने की पुष्टि नहीं
टीम ने जांच में पाया कि एक घटना मथुरा में दर्शायी जा रही है, जबकि केस अलीगढ़ क्षेत्र का पाया गया है। इसके अलावा 8 केसों में पराली जलाने की पुष्टि नहीं हो सकी है, जबकि मथुरा की तीन पराली जलाने की घटनाएं विद्युत चिंगारी से होना पाया गया है। यह भी पढें: यूपी में कब से शुरू होगी सर्दी? पछुआ हवाओं ने तापमान में की गिरावट, जानिए मौसम अपडेट कृषि विभाग ने उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट
इस मामले में कृषि विभाग की ओर से उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनटीजी) ने आदेश दिया था कि फसल अवशेष (पराली जलाना अपराध है। इस मामले में राजस्व विभाग द्वारा 13 नवंबर 2017 को दिए आदेश के अनुसार क्षतिपूर्ति की वसूली में जुर्माना लगाने का प्रावधान रखा गया है। सं