राजनीतिक दोस्ती निभाने में हमेशा कमजोर साबित हुई हैं बसपा प्रमुख मायावती
नये साथियों को तलाश रही बीजेपी-सपा
भारतीय जनता पार्टी के साथ अपना दल (एस) और निषाद पार्टी पहले से ही है। नये साथियों को भी खोजा जा रहा है। इनमें आरपीआई, जदयू और वीआईपी सहित अन्य दल हो सकते हैं। जबकि समाजवादी पार्टी के साथ अभी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और महान दल हैं। पश्चिमी यूपी में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी से गठबंधन की बात चल रही है। हाल ही में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह की मुलाकात के भी सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
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कांग्रेस अकेले दम पर चुनाव जीतने में सक्षम अजय लल्लू
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रियंका गांधी की अगुआई में कांग्रेस अपने दम पर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ेगी और करीब तीन दशक बाद सत्ता में जबरदस्त वापसी करेगी। कहा कि पार्टी में सपा और बसपा से गठबंधन किए बिना चुनाव लड़ने की और अपने दम पर अगली सरकार बनाने की क्षमता है। लल्लू ने कहा कि ‘दमनकारी’ यूपी सरकार को मुख्य चुनौती देने वाली पार्टी कांग्रेस ही है। पांच विधायकों वाली उनकी पार्टी 49 विधायकों वाली सपा से ज्यादा प्रभावी विपक्ष के रूप में साबित हुई है। प्रदेश में ‘बदलाव की हवा’ चलने का जिक्र करते हुए अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यूपी के लोग बड़ी उम्मीद से कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं। कार्यकर्ता उत्साहित हैं। 2022 में यूपी में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।
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जानें- किसने क्या कहा
1. बसपा अपने दम पर सरकार बनाने में सक्षम है। विपक्षी दल हमें कमतर आंकने की भूल न करें। 2022 में बसपा पूरे दम से चुनाव लड़ेगी।- मायावती, पूर्व मुख्यमंत्री
2. 2022 में भागीदारी संकल्प मोर्चा के सहयोग के बिना उत्तर प्रदेश में किसी भी दल की सरकार नहीं बनने वाली। सरकार बनाने में हमारी भूमिका अहम रहेगी।- ओम प्रकाश राजभर, पूर्व मंत्री
3. आगामी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी किसी भी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी। ज्यादा से ज्यादा है छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे।- अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री