डीजीपी ओपी सिंह ने इसके यह भी कहा साल 2018 में अभी तक कुल विभिन्न रैंक में 36,062 अराजपत्रित अधिकारियों का प्रमोशन हुआ है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने आगे कहा कि 2016 में विभिन्न रैंक में 15 हजार लोगों को प्रमोशन मिला था, तो वहीं 2017 में 9000 लोगों को प्रोन्नति दी गई।
यूपी डीजीपी ने कहा कि यह प्रमोशन बेहद जरूरी था। यूपी पुलिस जैसे अनुशासित और संगठित बल के इस प्रमोशन के कई मायने हैं। सिपाहियों का इससे मनोबल बढ़ेगा। प्रदर्शन के आधार पर उनका प्रमोशन किया गया है और सभी लोगों ने इसका स्वागत किया है।
लखनऊ में जश्न- इस घोषण के बाद लखनऊ के कई थानों में जश्न देखने को मिला। कई पुलिसकर्मी एक दूसरे को मिठाई बांटते नजर आए। विवेक तिवारी हत्याकांड पर बोले डीजीपी, मानी यह बात
ओपी सिंह ने विवेक तिवारी हत्याकांड पर भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने माना कि इस घटना से यूपी पुलिस की छवि थोड़ी धूमिल हुई है, लेकिन यह भी सत्य है कि कई वर्षों से हमने प्रशिक्षण पर जरूरी ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब इस कमी को हमने पहचान लिया है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 7 से 8 महीनों से हमने ट्रेनिंग पर काफी ध्यान दिया है, जिसमें ट्रेनिंग को ज्यादा महत्व दिया गया है। वहीं उन्होंने सोशल मीडिया में किए जा रहे दुष्प्रचार पर कहा कि यह कुछ बर्खास्त सिपाहियों का काम है, जिसमें से दो बर्खास्त सिपाहियों को पकड़ा भी गया है। अन्य पुलिसकर्मियों को चेताते हुए उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता दिखाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उन्हें बर्खास्त किया जाएगा।