घटना की जानकारी मिलते ही सरोजनी नगर के प्रभारी निरीक्षक शैलेन्द्र गिरी और डीसीपी (दक्षिण) तेज स्वरूप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस की सूचना पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना का विवरण: मौके पर मौजूद सरला की जेठानी पुष्पा काका ने बताया कि रश्मि ने करीब 11:30 बजे अपनी मां से फोन पर बात की थी, जब रंजीता रावत, जो उनके घर में काम करती थी, आई थी। इसके बाद रश्मि ने दोबारा फोन किया, लेकिन सरला ने फोन नहीं उठाया। जब साक्षी घर पहुंची, तो उसने देखा कि दरवाजा बाहर से बंद था और टीवी तेज आवाज में चल रही थी। अंदर जाकर देखा तो सरला का गला गमछे से कसा हुआ था और पैर दुपट्टे से बंधे हुए थे।
लूट के निशान: सरला के हाथों की अंगूठी, कंगन और कानों के टाप्स गायब थे। पुष्पा काका ने बताया कि सरला हमेशा सोने के गहने पहनती थी। हालांकि, पुलिस लूट की घटना से इनकार कर रही है।
संघर्ष के संकेत: जिस कमरे में सरला का शव मिला, वहां बिस्तर और सोफा के कवर अस्त-व्यस्त थे। इससे यह संकेत मिलता है कि सरला ने बदमाशों का विरोध किया होगा और संघर्ष के दौरान बिस्तर और सोफा अस्त-व्यस्त हो गए।
डॉग स्क्वायड: पुलिस के अनुसार, डॉग स्क्वायड कानपुर रोड से पराग चौराहे को जाने वाली मुख्य सड़क पर जाकर रुक गया। इसका मतलब है कि बदमाश घटना को अंजाम देने के बाद किसी वाहन में सवार होकर फरार हो गए।
सीसीटीवी फुटेज: सरला के घर से एक मकान पहले लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दोपहर 12 से 01 बजे के बीच पांच लोग घर की तरफ आते दिखाई दिए। इनमें से दो बाइक सवार युवक 10 मिनट बाद वापस जाते दिखे। इसके अलावा दो लोग पैदल और एक सब्जी विक्रेता आता हुआ दिखाई दिया।
पुलिस की जांच: पुलिस का मानना है कि घटना किसी करीबी व्यक्ति ने अंजाम दी है। सरला पहली मंजिल पर रहती थीं और दरवाजा अनजान व्यक्ति के लिए नहीं खोलतीं। पुलिस उनकी कॉल डिटेल से इलेक्ट्रीशियन का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि सरला का एयरकंडीशनर खराब था और उसे ठीक करने के लिए इलेक्ट्रीशियन को आना था।