ये भी पढ़ें- यूपी के सभी जेलों में कैदियों को लगेगी कोरोना वैक्सीन, आदेश हुआ जारी पुरानी व्यवस्था होगी बहाल- यह देखते हुए यूपी के कई जिलों में पुरानी व्यवस्था को बहाल करने के निर्देश दे दिए गए हैं। मतलब मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ सभी संस्थानों में हेल्प डेस्क, मास्क के बगैर एंट्री निषेध, सैनेटाइजर की व्यवस्था, प्रतिष्ठानों/संस्थानों में आने वालों का नाम, पता, उनकी थर्मल स्कैनिंग इत्यादि अनिवार्य हो गया है। कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। अत्यधिक कोरोना प्रभावित राज्यों से आने वालों की जांच भी मार्च माह से अनिवार्य हैं।
ये भी पढ़ें- कोरोनाः लखनऊ में तत्काल पुरानी व्यवस्था हुई लागू, डीएम ने जारी की नई गाइडलाइन्स, इन पर लगेगा प्रतिबंध बीते एक सप्ताह से बढ़ रहे मामले-एक मार्च को जब उत्तर प्रदेश में केवल 87 रोगी मिले तो लगा कि कोरोना नियंत्रण में हैं। लेकिन अब जब 5-6 गुना मामले बढ़ गए हैं, तब दूसरी लहर का डर सताने लगा है। बीते पांच दिनों से उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिली है। आंकड़ों को देखें तो रविवार को 178, सोमवार को 151, बुधवार को 261, गुरुवार को 321, शुक्रवार को 393 व शनिवार को 442 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रविवार को भी 500 के करीब मामले आए हैं। 16 जनवरी (533 मामले) के बाद मरीजों की यह सबसे बड़ी संख्या है।