योगी सरकार ने तय किया गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य, एक अप्रैल से शुरू होगी खरीदी
यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बदहाल : अजय लल्लू
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार में सरकारी भर्तियों के लिए गठित तमाम आयोगों में यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग प्रमुख है लेकिन आज इस कदर बदहाल है कि वर्ष 2016 से लेकर 2019 के बीच इसके द्वारा निकाली गयी 24 प्रकार की भर्तियों में से 22 भर्तियां अभी तक लम्बित हैं। इन लम्बित भर्तियों में वीडीओ 2018, युवा कल्याण अधिकारी, गन्ना पर्यवेक्षक, सम्मिलित तकनीकी सेवा, आबकारी सिपाही आदि शामिल हैं। वीडीओ 2018 की भर्ती के अभ्यर्थी पिछले 17 महीने से लगातार नियुक्ति की मांग को लेकर सड़कों पर आन्दोलनरत हैं। वर्ष 2018 में कान्सटेबल पद के लिए 49568 रिक्त पदों पर हुई भर्तियों में से मात्र 14हजार अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग में भेजा गया बाकी 35568 अभ्यर्थी अभी तक संघर्ष कर रहे हैं और धरना-प्रदर्शन करने को विवश हैं।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। पिछले दो सालों में ही साढ़े बारह लाख पंजीकृत बेरोजगार बढ़े हैं। सरकार लम्बित भर्तियों पर कोई कारगर कदम नहीं उठा रही है। जिसके कारण बढ़ती बेरोजगारी दर चिन्ता का विषय बनी हुई है। सरकार द्वारा 90 दिनों में 5 लाख रोजगार देने जैसे झूठे दावे करके बेरोजगारों और युवाओं का मजाक उड़ा रही है।
मंत्री सुरेश राणा का तंज- माफियाओं पर कार्रवाई से परेशान होते हैं विपक्षी दल
‘फर्जी आंकडों से बेरोजगारी की भयावह स्थिति को छिपाने का असफल प्रयास‘
अजय लल्लू ने कहा कि सरकार रोजगार युवाओं को रोजगार देने और बेरोजगारी का हल निकालने के बजाए रोजगार मांगने वाले नौजवानों के प्रति दमनात्मक रवैया अपना रही है। विगत दिनों प्रयागराज में रोजगार मांग रहे 103 छात्र-छात्राओं पर मुकदमा दर्ज करना सरकार की निरंकुशता का प्रमाण है। सरकार आवाज उठाने पर विधानसभा में बेरोजगारों का मजाक उड़ाती है और फर्जी आंकड़े प्रस्तुत करके बेरोजगारी की भयावह स्थिति को छिपाने का असफल प्रयास करती है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री कार्यालय के आफीशियल हैंडिल से लेखपाल भर्ती को लेकर एक युवा का वीडियो जारी किया गया और रोजगार देने को लेकर ट्वीट किया गया, बहुत ही शर्मनाक और दुःखद है। ऐसा करके प्रदेश की योगी सरकार बेरोजगार युवाओं के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। प्रदेश के युवा योगी सरकार के इस झूठ और फरेब का बदला आने वाले चुनाव में अवश्य लेंगे। इतने गंभीर मुद्दे पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी द्वारा कोई प्रतिक्रिया न किया जाना भी गंभीर सवाल उत्पन्न करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सपा और बसपा का भारतीय जनता पार्टी से अंदरूनी गठजोड़ हो चुका है।