हालांकि, इन नतीजों से यूपी की मौजूदा सरकार पर असर नहीं पड़ेगा लेकिन अगर परिणाम भाजपा के पक्ष में आते हैं तो इसका मतलब साफ होगा कि लोग मुख्यमंत्री योगी के काम से खुश हैं। अगर आखिरी वक्त पर परिणा पलटते हैं, तो यह अलर्ट करने वाला संदेश होगा। ईवीएम में बंद मतदाताओं के फैसले से क्या कमल खिलेगा या फिर हाथी अब गंवाई हुई सीट पर फिर से चिंघाड़ भरने में कामयाब होगा, या साइकिल के सूरमा 18 साल पुराना इतिहास दोहराएंगे? दोपहर दो बजे तक जीत की तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है। बता दें कि एग्जिट पोल में 7 से पांच से छह सीट पर भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। समाजवादी पार्टी को एक या दो सीट मिल सकती है।
इन सीटों पर प्रत्याशियों में टक्कर उत्तर प्रदेश विधानसभा उप चुनाव के लिए मतदान तीन नवंबर को हुआ था। इस उपचुनाव में 54 फीसदी मतदान हुआ था। आज होने वाली मतगणना में नौगंवा सादात, बुलंदशहर, टुंडला, बांगरमऊ, घटमपुर, देवरिया और मल्हनी विधानसभा के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है।
88 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला नौगांवा सादात में 14, बुलंदशहर में 18, फिरोजाबाद के टूंडला में 10, उन्नाव के बांगरमऊ में 10, कानपुर देहात के घाटमपुर में 6, देवरिया में 14 और जौनपुर के मल्हनी में 16 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है।