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मां ने बताया – मिल रही थी धमकियां
गैंगरेप पीड़िता की मां ने बयान दिया है कि कई दिनों से उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही थी। कहा जा रहा था कि जिस तरह से रेप पीड़िता के चाचा को जेल भेजवाया गया है, वैसे ही सभी को जेल भिजवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को विधायक और उनके आदमियों से जान को खतरा है। उधर पीड़िता की बहन का कहना है कि इस घटना को आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर (kuldeep singh sengar) के आदमियों ने अंजाम दिया है। विधायक के आदमी मेरा कई बार पीछा कर चुके हैं। विधायक का एक आदमी है नवीन उसने कई बार मेरी चाची को धमकी देते हुए कहा कि इसको ऊपर पहुंचा दो। फिर पैरवी करने वाला कोई नहीं रहेगा। पीड़िता की बहन ने बताया कि सुबह सभी लोग वकील साहब की गाड़ी से ही गए थे। गाड़ी में वकील साहब, बहन, चाची और उनकी बहन थी। घर पर मां और हम भाई बहन रह गए थे।
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चाचा से मिलने गई थी पीड़िता
बता दें कि रायबरेली में रविवार दोपहर उन्नाव रेप पीड़िता (unnao gangrape victim) की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई, जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए। इस एक्सीडेंट को पीड़िता के परिजन साजिश बता रहे हैं। उन्नाव रेप केस की पीड़िता रायबरेली में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई है। पीड़िता अपने परिजनों के साथ उन्नाव जेल में बंद चाचा से मिलने जा रही थी। इस दौरान ट्रक और कार की भिड़ंत हो गई। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और वकील महेंद्र प्रताप सिंह को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं पीड़िता की बहन ने घटना के पीछे विधायक कुलदीप सेंगर के आदमियों का हाथ बताया।
जांच में जुटी पुलिस
घटना को लेकर उन्नाव के एसपी माधव प्रसाद वर्मा (SP Madhav Prasad Verma) ने बताया कि रायबरेली में रेप पीड़िता के परिवार की कार का एक्सीडेंट हुआ है। एसपी एमपी वर्मा ने कहा कि संभवता आज पीड़िता और उसके परिजनों ने सुरक्षा कर्मी लेने से मना किया था। लेकिन मामले की जांच की जाएगी आखिर क्यों सुरक्षाकर्मी पीड़िता के साथ नहीं गए। जबकि रेप पीड़िता और उसके परिवार को तीन सुरक्षाकर्मी दिए गए थे। एक पुरुष और दो महिला कांस्टेबल घर की सुरक्षा में लगाए गए थे। पीड़िता के साथ एक गनर और दो महिला सुरक्षा कर्मी लगाए गए थे।