आरोपी अमन घर का इकलौता बेटा है। घर वालों ने उसे घर से निकाल दिया है। अखबार में इश्तिहार दिया था, लेकिन वह रात को घर पहुंच जाता था। आरोपी बरेली के राजर्षि कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। उसने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दिया था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उन्होंने अमन को कई साल से नहीं देखा। वह कब आता और कब जाता था, यह किसी को नहीं पता है।
“गुजरात ATS ने कोई जानकारी नहीं दी”
बदायूं में सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर सहंसरवीर सिंह ने बताया, “गुजरात ATS ने आरोपी को एक ई-मेल की जांच के संबंध में पकड़ा है। उसे सर्विलांस पर लिया था। उसकी लोकेशन ट्रेस होते ही ATS टीम पहुंच गई थी। ATS टीम के एक मेंबर से जब ई-मेल भेजने के मकसद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जांच का हवाला देकर कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।”
स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार को 2 लोग सादे कपड़ों में आए थे। उन्होंने मोहल्ले वालों से CCTV कैमरों के बारे में पूछताछ की थी। लोगों का कहना है कि वही ATS की तरफ से भेजे गए पुलिसकर्मी थे। पुलिस ने बताया कि गुजरात ATS की दो मेंबर की टीम दिल्ली होते हुए शनिवार रात को बदायूं पहुंची थी। यहां स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
एटीएस ने जिस अमन सक्सेना को पकड़ा है वह पहले भी लैपटॉप चोरी के मामले में पकड़ा जा चुका है। उस समय छात्र होने के नाते पुलिस ने लैपटॉप बरामद कर उसे छोड़ दिया था। इसके बाद भी उसकी गतिविधियां लगातार संदिग्ध रही हैं।