कोरोना से जंग के बीच योगी सरकार लाखों जरूरतमंदों तक पहुंचा रही भरपेट भोजन
लखनऊ. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और सकारात्मक पहल की है। दरअसल सरकार ने प्रदेश के गरीबों के भरण-पोषण का अभियान शुरू किया है। यूपी के एक लाख से ज्यादा जरूरतमंदों तक हर दिन भरपेट भोजन पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने 67 जिलों में 263 कम्युनिटी किचन की स्थापना की है। इन सरकारी कम्युनिटी किचन के जरिये फूड पैकेट लोगों तक मुफ्त में पहुंचाए जा रहे हैं। इस मुहिम में निजी संस्थाएं भी सरकार का सहयोगी कर रही हैं, जिन्होंने अलग-अलग जिलों में 60 से ज्यादा कम्युनिटी किचन शुरू किए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 263 सरकारी और 60 से ज्यादा निजी संस्थाओं के कम्युनिटी किचन के जरिये प्रदेश के 101176 जरूरतमंदों को फूड पैकेट उपलब्ध कराया गया। जिन आठ जिलों में कम्युनिटी किचन योजना शुरू नहीं हो पाई है, वहां भी सीएम ने तत्काल व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। गरीब, मजदूर, ठेला और रेहड़ी व्यवसायियों से जुड़ी इस योजना की जिम्मेदारी कृषि उत्पादन आयुक्त को सौंपी गई है।
काशी में मां गंगा 2021 में ही हो जाएगी प्रदूषण मुक्त, नही गिरेंगे एक भी नाले
वाराणसी. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के 2014 के संकल्प को साकार कर रही है। कुछ ही महीनों में काशी में गंगा के प्रदूषण से मुक्त होने की पूरी संभावना है। वर्षो से गंगा में सीधे गिरने वाले नाले अब जीवन दायनी गंगा में नहीं गिरेंगे। योगी सरकार के भगीरथ प्रयास से 23 नालों में से 22 नालों का पानी शोधित होने लगा है। कुछ ही महीनों में बचा हुआ एक नाला भी बंद हो जाएगा, जिसके बाद काशी में गंगा निर्मल और अविरल हो जाएगी। गंगा को अविरल व निर्मल करने की योगी सरकार की क़वायद अब रंग लाने लगी है। दरअसल गंगा में सीधे गिरने वाले प्रदूषित पानी को शोधित करने के लिए रमना व रामनगर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) ट्रायल के लिए लिए चल रहा है। अस्सी,सामने घाट,नक्खानाला व गंगा उस पार के 5 नालों के प्रदूषित जल को अब एसटीपी शोधित करने लगा है।
बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वच्छता अभियान चलाने वाला देश का पहला राज्य बना यूपी
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बीमारी को रोकने के लिए निगरानी समितियां ढाल बन गई हैं। गांव-गांव में कोरोना वायरस (Corona Virus) को खत्म करने के लिए तिगुनी ताकत से आर-पार की लड़ाई में जुटी हैं। इसके लिए योगी सरकार (Yogi Sarkar) के निर्देशों पर 60 हजार निगरानी समितियां दिन-रात मेहनत कर रही हैं। ग्रामीण इलाकों में कोविड समेत अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए योगी सरकार ने बड़े स्तर पर स्वच्छता अभियान (Cleanliness Campaign) चला रखा है। राज्य में इस तरह का अभियान चलाने वाला यूपी देश का पहला राज्य है। जहां यूपी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकने के लिए निगरानी समितियों ने ‘ढाल’ बनकर सामना किया है। गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी योगी सरकार के शानदार कोविड मैनेजमेंट की डब्ल्यूएचओ समेत देश और दुनिया में जम कर तारीफ हुई थी। बता दें कि ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के मूलमंत्र पर समितियों के 4 लाख सदस्य प्रतिदिन एक-एक व्यक्ति के घर तक पहुंच रहे हैं। कोरोना की चेन तोड़ने में लगी निगरानी समितियों के सदस्यों ने पिछले तीन (09 से 12 मई) दिनों में जनपदों में 31937797 मकानों का भ्रमण किया है।
कोरोना काल में अभिभावकों को खोने वाले बच्चों की मदद करेगी यूपी सरकार
लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से निपटने के साथ ही कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की वजह से अपने मां-बाप को खोने वाले बच्चों को भावनात्मक सहारा देने और उनकी मदद के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने एलान किया है कि सरकार कोविड महामारी में अभिभावकों या गार्जियन को खोने वाले बच्चों को नि:शुल्क भोजन, दवाएं और उनकी प्रतिदिन की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। साथ ही बच्चों को भावनात्मक सहयोग देने के लिए विशेषज्ञों की टीम गठित करेगी। सीएम योगी का कहना है कि कोरोना महामारी ने कई परिवारों को तोड़ कर रख दिया है, कुछ ने अपने बुढ़ापे की सहारे की लाठी खोई है, कुछ ने पालकों की छाया खोई है। इसलिए, ऐसे परिवारों को जिनके घर में आजीविकोपार्जन करने वाला कोई नहीं बचा, उनकी मदद की जाएगी।