वंदे भारत में भी फेंके गए थे पत्थर तेजस के शीशों की सुपर क्वॉलिटी होने के साथ ही वह डबल लेयर व अनब्रेकेबल टेक्निक से बने हैं। इससे तेज पत्थर लगने से टूटने के बजाए शीशे महज चटक गए हैं। हालांकि इससे किसी यात्री को कोई चोट नहीं लगी है। बता दें कि इसके पहले वंदे भारत पर भी पथराव हो चुका है। वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंके गये थे। पत्थरबाजों की धरपकड़ के लिऐ ट्रेन में सफर कर रही स्पेशल टीम ने कुछ स्थानों को चिन्हित किया था। हालांकि रंगे हाथ एक युवक को गिरफ्तार भी कर लिया था।
पहले दिन ट्रेन में 700 से अधिक सीटों की बुकिंग आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि इसकी जानकारी रविवार को मिली है। शीशे बदलने का प्रबंध किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार से तेजस नियमित रूप से शुरू संचालित होने लगी है। इसमें पहले दिन ट्रेन में 700 से अधिक सीटों की बुकिंग हुई। शनिवार को वापसी के बाद यह ट्रेन लखनऊ के यार्ड में खड़ी थी। रविवार सुबह 6:10 बजे लखनऊ से रवाना होने के पहले ही ट्रेन के यार्ड में पथराव हुआ।