गोरक्षपीठाधीश्वर और सीएम योगी पर राहुल गांधी की टिप्पणी ओछी और निंदनीय है, जो यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि उन्हें न इतिहास पता और न ही वर्तमान ज्ञान है। राहुल गांधी को समझना चाहिए कि धर्म में कोई नेतागिरी नहीं होती।
विपक्ष माहौल खराब करने में लगा: भाजपा अध्यक्ष भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए किसी सम्प्रदाय, जाति, वर्ग का भेद नहीं है। राहुल गांधी को गोरक्षपीठ का इतिहास और वर्तमान भी जान लेना चाहिए। साधु संतों की कोई जाति नहीं होती। गोरक्षपीठ के प्रधान पुजारी उस दलित समाज से हैं, जिन्हें राहुल सिर्फ वोट बैंक समझते हैं। यूपी सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और विकास के एजेंडे पर लगातार बिना भेदभाव काम कर रही है। विपक्ष माहौल खराब करने में लगा है।
गोरखनाथ मंदिर की देखरेख दो मुस्लिम सदस्य करते है : भूपेंद्र सिंह भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में बड़ी संख्या उन संतों, योगियों और पुजारियों की है, जो दलित व पिछड़ी जातियों से आते हैं। मंदिर के मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी संभालने वाले भी दलित समुदाय से आते हैं। गोरखनाथ मंदिर में निर्माण और संपत्ति की देखरेख करने वाले दो मुस्लिम हैं। किसी को मंदिर से निराश नहीं लौटना पड़ा। भंडारे में भोजन बनाने वाले भी हर जाति से हैं।
केशव प्रसाद मौर्य ने भी टिप्पणी पर आपत्ति जताई उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए बयान वापस लेने की अपील की है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वह निंदनीय है।
‘मैं भी चौकीदार’ अभियान शुरू किया था:अनिल राजभर उत्तर प्रदेश के श्रम व सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि आसमान पर थूकने वालों को नही पता कि थूक पलटकर उन्हीं पर गिरेगा। जब 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान शुरू किया था, तब भी राहुल गांधी ने विरोध किया था, जनता ने उसका जवाब दे दिया था। आज राहुल गांधी फिर से उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री और प्रदेश के प्रति ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जनता जनार्दन सब देखती, सुनती व समझती है।
‘राहुल गांधी माफी मांगें,: सांसद जगदम्बिका पाल डुमरियागंज के बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि ‘राहुल गांधी माफी मांगें, उन्होंने हिंदुओं और गोरखनाथ मठ का अपमान किया है, ऐसे बयानों की वजह से ही शायद राहुल गांधी को पप्पू भी कहा जाता होगा,उन्होंने इन बयानों के माध्यम से बता दिया कि वो पप्पू ही हैं’।