वहीं सैनिटाइजर और मास्क सभी कार्यालयों में उपलब्ध कराए जाएं। अगर किसी कर्मचारी की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो तो उसके परिजनों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए। उधर दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ ने मुख्य सचिव आरके तिवारी को ज्ञापन देकर मांग की कि सचिवालय के सभी गेट पर थर्मल स्कैनिंग मशीन तत्काल लगाई जाए। संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्रा ने कहा कि प्रत्येक अनुभाग और कैंप कार्यालय में सैनिटाइजर और हैंड वॉश की पर्याप्त व्यवस्था करवाई जाए क्योंकि सचिवालय के विभिन्न भवनों में कर्मचारी-अधिकारियों के साथ-साथ मंत्री व विधायक गण भी बैठते हैं।
31 मार्च तक कोई अवकाश न ले : सीएम योगी
इसके एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना वायरस को देखते हुए सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों को 31 मार्च तक अवकाश नहीं लेेने का निर्देश दिया था। सीएम योगी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, एसएसपी, सीडीओ, नगर आयुक्त, सीएमओ, एसीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ सहित कई अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री का सर्वाधिक जोर आइसोलेशन वार्ड पर था। आइसोलेशन वार्ड मानक के अनुसार होने चाहिए। उसमें सब अलग होना चाहिए। साफ-सफाई का हर जगह उचित प्रबंध होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जेएन मेडिकल कॉलेज में नमूना जांच की क्षमता बढ़ाने पर भी जोर दिया। वीडियो कांफ्रेंसिंग में जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपिल प्रो. एसए सिद्दीकी भी मौजूद थे। एसीएमओ डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी से 31 मार्च तक अवकाश नहीं लेने के लिए कहा है। साथ ही वह अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड को लेकर वह बेहद गंभीर थे।