आपातकालीन सेवाओं में विस्तार
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश में चार हजार से अधिक एंबुलेंस संचालित हैं जो मरीजों को अस्पताल और उनके निवास तक पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। जिला मुख्यालयों पर डायलिसिस और सीटी स्कैन की सुविधा शुरू की गई है, जिससे पहले यह सुविधा सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित थी। आज प्रदेश के 74 जिलों में डायलिसिस और 71 जिलों में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है। टीबी नियंत्रण और अन्य रोग
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में टीबी रोगियों को चिन्हित किया गया है और उनका उपचार कराया जा रहा है। इससे टीबी रोगियों की संख्या में तेजी से कमी आई है। प्रदेश में उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला अस्पतालों में क्रिटिकल केयर यूनिटों की स्थापना की जा रही है।
चिकित्सकों की नियुक्ति और वेतन
चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए पहली बार स्पेशलिस्ट श्रेणी के चिकित्सकों को पांच लाख रुपये महीने तक वेतन दिया जा रहा है। सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। प्रदेश में वन डिस्ट्रिक्ट-वन मेडिकल कॉलेज की दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख
डिप्टी सीएम ने सपा शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जौनपुर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार के कारण ठेकेदार भाग गया था और उसके खिलाफ जांच चल रही है। सरकार भ्रष्टाचारियों को जेल भेज रही है और उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही है।
आयुष्मान आरोग्य केंद्र
प्रदेश में 22,455 क्रियाशील आयुष्मान आरोग्य केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां 58 प्रकार की दवाएं और 13 तरह की जांच नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन केंद्रों पर महिलाओं की जांच के लिए एएनएम तैनात हैं। मुख्य बिंदु
- आयुष्मान कार्ड बनाने में यूपी पहले नंबर पर
- गंभीर रोग से ग्रस्त रोगियों को मिल रहा तुरंत इलाज
- भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
- सभी जरूरी सुविधाएं और दवाओं की उपलब्धता
- निशुल्क इलाज की व्यवस्था
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और विपक्ष का काम केवल शोर मचाना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी अस्पताल में गड़बड़ी होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।