निदेशक डॉ देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि अस्पताल ने लापरवाही के लिए तीन लोगों को दोषी माना है। सिक्युरिटी गार्ड, सिक्युरिटी सुपरवाइजर और वार्ड ब्वॉय को दोषी मानते हुए बर्खास्त कर दिया गया है। तीनों कर्मचारी अस्पताल में संविदा पर तैनात थे। निदेशक डॉ नेगी के मुताबिक शनिवार को महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे फ़ूड पॉइजनिंग हुई थी और इलाज के दौरान शनिवार की शाम को उसकी मौत हो गई थी। अस्पताल प्रबंधन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चूरी में रखवाया था। आज सुबह यह पूरा मामला सामने आया जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले की जांच शुरू की है। घटना के बारे में पुलिस को भी जानकारी दे दी गई है।
घटना के बाद मचे हड़कंप से यूपी सरकार ने भी मामले का संज्ञान लिया। प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने मामले की रिपोर्ट तलब की है। अस्पताल को नोटिस जारी करते हुए प्रमुख सचिव ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
रविवार को घटना सामने आने के बाद मृतका के परिजनों ने सुबह जमकर हंगामा काटा और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मृतका राजधानी लखनऊ के चिनहट इलाके की रहने वाली थी और शनिवार को उसने घरेलू कलह में जहर खा लिया था जिसके बाद उसे लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।