भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पूर्व निदेशक रहे झांसी के बृजवासी लाल को पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा गया है। हाल ही में बाबरी मस्जिद के नीचे मंदिर की खोज करने के कारण वह सुर्खियों में रहे थे। इससे पहले वर्ष 2000 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
यूपी के देवरिया के मूल निवासी नृपेंद्र मिश्रा को पद्म भूषण पुरस्कार मिला है। 1967 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा पीएम मोदी के प्रधान सचिव रह चुके हैं। वर्तमान में वह अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण कमेटी के चेयरमैन हैं। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निजी सचिव व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं।
शिया धर्मगुरु ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे कल्बे सादिक को मरणोपरांत पद्मभूषण सम्मान से नवाजा गया। लखनऊ निवासी मौलाना सादिक गंगा-जमुनी तहजीब के पैरोकार थे। साथ ही वह लड़कियों व गरीब बच्चों को अनिवार्य शिक्षा के हिमायती थे।
बाबरी मस्जिद के नीचे मंदिर की खोज करने वाले बृजवासी लाल को पद्म विभूषण
सात हस्तियों को पद्मश्री
लिटरेटर एंड एजुकेशन- उषा यादव (कानपुर)
लिटरेटर एंड एजुकेशन- रामयत्न शुक्ला (वाराणसी)
स्पोर्ट्स- सुधा सिंह (रायबरेली)
कृषि क्षेत्र- चंद्रशेखर सिंह (वाराणसी)
मेडिसिन- अशोक कुमार साहू (कानपुर)
समाजसेवा- डोमराजा जगदीश चौधरी (मरणोपरांत)
कला- गुफान अहमद पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री सम्मान
पद्म विभूषण पुरस्कार भारत रत्न के बाद भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है जो असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। पद्म भूषण पुरस्कार किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए दिया जाता है। वहीं पद्मश्री सम्मान कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। यह सभी पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिये जाते हैं।