कोर्ट में बताया गया कि 2001 में मिश्रा और उनकी पत्नी ने धनापुर में कृष्ण मोहन तिवारी के घर में घुसकर मारपीट की और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इसी के साथ विधायक पर आरोप हैं कि विजय मिश्रा, उनकी दो बेटियां और अन्य सहयोगियों द्वारा उनके एक दर्जन से ज्यादा वाहन हड़प लिए गए। शिकायत में आधार पर गोपीगंज कोतवाली में पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला विधायक, उनकी दोनों बेटियों और 7 अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज कर लिया है।
बाहुबली विजय मिश्रा की और बढ़ी मुश्किलें, विधायक सहित 7 पर दर्ज हुआ एक और केस
अतीक के भाई को नहीं मिली जमानत
उधर, प्रयागराज के बाहुबली नेता अतीक अहमद के पूर्व विधायक भाई खालिद अजीम की दो मामलों में एसपी-एमएलए कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी है। खालिद पर 2016 में प्रयागराज के धूमनगंज में केस दर्ज कराया गया था। इस मामले में खालिद को षडयंत्र रचने का आरोपी बनाया गया है। गैंगस्टर अतीक अहमद के भाई खालिद के खिलाफ दूसरा मामला भी 2016 में ही दर्ज हुआ था। प्रॉपर्टी विवाद में पैरवी करने वाले जितेंद्र उर्फ मुन्ना नाम के शख्स की हत्या कर दी थी।
पूर्व विधायक खालिद अजीम इस मामले में आरोपी है। फिलहाल बरेली जेल में यह सजा काट रहा है। अशरफ पर यूपी पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। उसे 3 जुलाई 2020 को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था। जून महीने में सरकार ने उसकी पांच बीघा जमीन को कुर्क कर लिया था। इस की कीमत करीब 25 करोड़ रुपए थी। पूर्व विधायक पर बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या समेत दो दर्जन से ज्यादा मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।