अलीगढ़ में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 14 सितम्बर 2019 को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम से एक विश्वविद्यालय बनाने का ऐलान किया था। अब इसके निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है, ताकि यह स्टेट युनिवर्सिटी 2022 में बनकर तैयार हो जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जब अलीगढ़ मंडल के विकास कार्य, कोविड-19 व लाॅ एण्ड ऑर्डर की समीक्षा की तो इस दौरान उन्होंने खासतौर से विश्वविद्यालय का जिक्र किया। उन्होंने अधिकारियों को इसके निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया।
बताते चलें कि अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह स्टेट युनिवर्सिटी खोलने के लिये कोल तहसील के लोढ़ा और मुसईपुर गांवों में जमीन प्रस्तावित की गई है। जिला प्रशासन ने 37 हेक्टेयर से अधिक सरकारी भूमि देने का फैसला किया है। इसके अलावा 10 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित भी की गई है। युनिवर्सिटी का तेजी से निर्माण हो ऐसी खुद सीएम योगी की भी मंशा है।
राजा महेन्द्र प्रताप ने दी थी एएमयू को जमीन
कहा जाता है कि अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के निर्माण में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने भी जमीन दी थी। हालांकि दावे के मुताबिक उनके नाम का एक भी पत्थर अलीगढ़ युनिवर्सिटी में नहीं लगा है। अलीगढ़ के भाजपा सांसद व हिंदूवादी संगठनों ने एएमयू का नाम राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर करने की मांग भी उठायी। हरियाणा के भाजपा नेताओं ने भी ऐसी ही मांग की थी। स्थानीय स्तर पर भी ऐसी मांगों को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप के नाम पर एक नया विश्वविद्यालय खोलने का आश्वासन दिया था। इसके बाद 2019 में प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी से अलग अलीगढ़ में ही राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर स्टेट युनिवर्सिटी बनाने का निर्णय लिया।