ये भी पढ़ें- इस ओर ध्यान खींच कर अखिलेश यादव ने सबको किया हैरान, की बहुत बड़ी घोषणा, सपा सरकार में हुआ था यह एक इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा है कि जहां मेरे संबंध हैं, वहां संबंध अच्छे ही रहेंगे। नई पार्टी बनाने से संबंध पर कोई भी असर नहीं पड़ेगा। आपको बता दें कि राजा भैया इससे पूर्व राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव के सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वहीं उनकी पार्टी बनाने के ऐलान के बाद इनके साथ अन्य पार्टियों से रिश्ते पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने बदल दिया अपना एड्रेस, पूरा कार्यालय हुआ यहां ट्रांसफर, नवरात्र का था इंतजार, महीनों बाद आज लिया फैसला 2019 चुनाव लड़ने पर कही यह बात- राजा भैया ने कहा कि ईश्वर की कृपा से हमारी राजनीति के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं वहीं छह बार मैनें निर्दलीय जीतने का एक कीर्तिमान बनाया है। नई पार्टी बनाने को लेकर उन्होंने एक सर्वे कराया है जिसमें 80 प्रतिशत लोग पार्टी बनाने के पक्ष में है। इसी कारण नई पार्टी बनाने का विचार आया। चुनाव आयोग में नई पार्टी बनाने के लिए आवेदन कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी की प्रक्रिया पूरी होने पर 2019 चुनाव के बारे में ऐलान किया जाएगा।
सपा के नेता करेंगे राजा भैया की पार्टी ज्वाइन?- सपा के करीब करीबी रहे राजा भैया के कई समर्थित नेता इसी पार्टी में हैं। लेकिन राजा भैया के पार्टी बनाने पर क्या वे उनकी पार्टी में शामिल होंगे के सवाल पर राजा भैया ने कहा कि वो नेता खुद ही इसका फैसला करें।