ये भी पढ़ें- सांसद वरुण गांधी ने पीलीभीत जिला अस्पताल के CMS से की बात, कोरोना मरीजों को पहुंचाईं बड़ी मदद राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रियंका गांधी की लखनऊ में आने की मांग भी है। राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल पड़ चुकी कांग्रेस की स्थिति को सुधारने के लिए पार्टी उत्तर प्रदेश में अपनी अपील को बढ़ाने में लगी है। लोकसभा चुनाव 2019 में राहुल गांधी अपनी परंपरागत सीट अमेठी हार गए। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ एक सीट (रायबरेली) पर सिमट कर रह गई। वहीं, पिछले वर्ष अक्टूबर में राज्य विधानसभा की 11 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने 11.49 फीसदी वोट ही हासिल किए है। किसी भी सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली, हालांकि कुछ सीटों पर उनका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा।
यूपी में और सक्रिय होंगी प्रियंका-
प्रियंका गांधी इन दिनों यूपी में शासित भाजपा सरकार व सीएम योगी पर लगातार हमलावर हैं। सरकार की नीतियों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली में न रहकर प्रियंका गांधी लखनऊ में रहती हैं, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल तो बढ़ेगा ही, चुनाव से पहले पार्टी को यूपी में मजबूती भी मिलेगी। लखनऊ में उनका बेस बनाने की तैयारी जोरों पर हैं। चुनाव से पहले प्रियंका यूपी के अलग-अलग जिलों में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताना चाहती हैं। इस तरह आने वाले दिनों में वह और सक्रिय नजर आएंगी।
ये भी पढ़ें- यूपी में 23000 पार पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, 16084 स्वस्थ्य, मंगलवार को आए 672 मामले क्या है कौल निवास- कौल निवास में उनके ठहरने की बात हो रही है, उसकी मरम्मत लॉकडाउन से पहले ही चल रही थी। जिसके बाद प्रियंका के लखनऊ शिफ्ट होने की अटकलें भी लगाई जा रही थीं। कौल निवास असल में शीला कौल की कोठी। शील कौन इंडियन नेशनल कांग्रेस की एक नेता के साथ-साथ कैबिनेट मंत्री व राज्यपाल भी रह चुकी हैं। वह जवाहरलाल नेहरू की भाभी और इंदिरा गांधी की मामी थीं। 2015 में उनका निधन हो गया था। अब लखनऊ में उनकी बेटी दीपा कौल उनके घर में रहती हैं। दीपा कौल भी यूपी कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रही थीं। वह लखनऊ से सांसद का चुनाव भी लड़ चुकी है। निवास में आम और बरगद के दो पेड़ हैं, जो महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू ने लगाए थे। दोनों पेड़ो के नीचे शिलापट भी मौजूद है। इस घर की मरम्मत और साज सज्जा का काम लगभग पूरा हो चुका है।