प्रारंभिक निवेश 2500 करोड़ रुपये का है, लेकिन कहा जा रहा है यह बढ़ कर सात हजार करोड़ रुपए हो सकता है। दरअसल पिछले माह सीएम योगी ने रेल पार्क मीट में कहा था कि निजी रेल पार्क के लिए भारी पूंजी निवेश होगा। रायबरेली की मार्डन कोच फैक्ट्री लालगंज की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए यह पार्क 254 एकड़ भूमि में विकसित किया जा रहा है।
जानकारी का मुताबित यह पार्क फतेहपुर में बनेगा और रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री से महज यह 24 किमी दूर होगा। पार्क के लिए 60 प्रतिशत जमीन का बंदोबस्त हो चुका है। यहां पर रेलकोच फैक्ट्री के लिए सहायक उपकरण व कलपुर्जे बनाने वाली यूनिटें लगेंगी।
रेल एक्सेलरी पार्क में निवेशकों ने खूब रुचि दिखाई है। करीब बीस निवेशकों ने इस रेल पार्क में जमीन खरीदने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। जानकरी के मुताबिक, हिंदुस्तान फाइबर एवं ग्लास वर्क, केएम शुगर, चेन्नई राधा कंपनी, सीएमटी ने तो 10-10 एकड़ जमीन मांग ली है जबकि ओमैक्स ने सर्वाधिक 15 एकड़ जमीन आवंटित कराई है। वहीं जूमैक्स इक्यूपमेंट साढ़े चार एकड़ जमीन लेगा।
सीएम योगी करेंगे निवेश प्रस्तावों की समीक्षा- वहीं कहा जा रहा है कि सीएम योगी आज मंगलवार को प्रदेश सरकार व निवेशकों के बीच हस्ताक्षरित हुए निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे। साथ ही दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी (शिलान्यास समारोह) की तैयारियों का भी वो जायजा लेंगे। मुख्य सचिव व औद्योगिक विकास विभाग व अन्य संबंधित विभागों के अफसरों की मंगलवार को बैठक बुलाई गई है। इस साल हुए इन्वेस्टर्स समिट के बाद जुलाई में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी हुई थी जिसमें 60 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने की कवायद की गई। इन्वेस्टर्स समिट में जो एमओयू साइन हुए थे, उन पर अमल के लिए किये गये प्रयासों की भी सीएम योगी समीक्षा करेंगे।