आरक्षण की खुल कर किया विरोध
क्षत्रिय नेता शेर सिंह राणा की रैली में प्रदेश के कई जिलों से के साथ ही हरियाणा से हजारों की तादाद में लोग पहुंचे। रैली में उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से एससी-एसटी एक्ट पर लाए गए अध्यादेश के विरोध में सवर्णों ने देशभर में प्रदर्शन किया था और उसी की अगली कड़ी में क्षत्रिय समाज समेत सवर्ण और मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे। इसके अलावा कई महापुरुषों को आदर्श के रूप में मानकर अपने इस नए दल को बढ़ाने की बात कही गई। इस रैली में आरक्षण का खुलकर विरोध किया गया और आरक्षण को सवर्ण समाज के लिए अभिशाप बताया।
युवाओं में दिखा जोश
रैली में हर समुदाय, आयु के लोग थे लेकिन युवाओं का ज्यादा जोश दिखा। अलग अलग शहरों से आए कई लोगों ने केंद्र सरकार के लाए गए अध्यादेश को लेकर नाराजगी जाहिर की। इसी के विरोध में बीते 3 महीने से समानता की मांग लेकर पदयात्रा निकाली गई थी जो पश्चिमी यूपी के कई जिलों से गुजरी। चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद इस दल का नाम तय होगा। अभी हाल में राजा भैया ने भी सवर्णों की एक पार्टी का ऐलान किया और उसका नाम जनसत्ता पार्टी दिया है।
हरिजन एक्ट के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया समर्थन
3 महीनों से लगातार चल रही रैली में शेर सिंह राणा कई बार मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हरिजन एक्ट एक दीमक की तरह है जो समाज का खोखला कर रहा है। उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के हरिजन एक्ट के मामले में दिए गए फैसले का पूरा समर्थन करते हैं। एक्ट में गिरफ्तारी जांच के बाद ही होनी चाहिए। इस बीच उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से गाजियाबाद पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस देश में सभी समान हैं, चाहे वे किसी भी जाति के हों, तो उनके बीच में इस तरह का फर्क नहीं किया जाना चाहिए। इस बीच शेर सिंह राणा ने चौमुहां में भव्य स्वागत के लिए लोगों को धन्यवाद कहा।
2001 में की थी फूलन देवी की हत्या
दिल्ली में अशोका रोड पर वर्ष 2001 में तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सांसद फूलन देवी की गोलियों से भूनकर हत्या के बाद देहरादून के प्रेस क्लब में शेर सिंह और उनके दोस्तों ने मीडिया की मौजूदगी में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस के मुताबिक, उस समय राणा ने बेहमई हत्याकांड में मारे गए 22 ठाकुरों की हत्या का बदला लेने के लिए फूलन देवी की हत्या की बात कही थी।