दिनेश कुमार पटेल ने पहले ही पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान को शिकायत की थी कि दारोगा गुप्ता उनके खिलाफ मुकदमे में नाम बढ़ाने की धमकी दे रहे थे और इसके बदले में घूस की मांग कर रहे थे। शिकायत के बाद एसपी सतर्कता ने एक ट्रैप टीम का गठन किया। दिनेश को रुपये देकर ट्रैप टीम ने दारोगा को रंगेहाथ पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
गिरफ्तारी के दौरान दारोगा ने टीम का विरोध किया और भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसकी घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। इस मामले में आरोपित दारोगा के साथ एक निजी युवक रिजवान भी था, जो रिश्वत की वसूली में उसकी मदद करता था।
पारा थाना क्षेत्र में हाल ही में भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। थाने में तैनात अंडर ट्रेनिंग दारोगा भी मनमानी कर रहे हैं, और खनन, प्रॉपर्टी डीलिंग के कारोबारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस गिरफ्तारी से यह साफ है कि भ्रष्टाचार की जड़ों को समाप्त करने के लिए पुलिस कार्रवाई में तेजी लानी होगी।